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Fact Check: मणिपुर वीडियो मामले में BJP उपाध्यक्ष व 10 वर्ष का बेटा भी दोषी? वायरल तस्वीर की यह है सच्चाई

Fact Check: मणिपुर के शर्मनाक घटना की बात करें, तो पुलिस की कार्रवाई आरोपियों के खिलाफ लगातार जारी है, लेकिन इस तरह के शर्मनाक सामने कई राज्यों से सामने आ रहे हैं। बता दें कि बंगाल के मालदा में भी चोरी के शक में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटे जाने का मामला आया, जिस पर बीजेपी ने ममता सरकार पर निशाना भी साधा है।

नई दिल्ली। पहले हम खबरों से अवगत रहने के लिए परंपरागत माध्यम अखबार पर निर्भर रहा करते थे। इसके बाद टीवी आया जिसने दृश्यों के जरिए जनमानस तक खबरें पहुंचाने का काम किया। वहीं, अब सोशल मीडिया या यूं कहें कि वेब मीडिया भी लोगों तक खबरें पहुंचाने का नवीन व सशक्त मीडिया बनकर उभर रहा है। बीते कुछ दिनों में इसकी प्रासंगिकता, सार्थकता और उपयोगिता अन्य माध्यमों की तुलना में ज्यादा हो चुकी है, लेकिन एक कटु सत्य यह भी है कि इस माध्यम के प्रार्दुभाव से भ्रामक खबरों का दबदबा भी बढ़ा है, जिससे पाठक वर्ग दिग्भ्रमित हुए हैं। कई बार किसी गंभीर विषय से संबंधित कोई भ्रामक जानकारी पलक झपकते ही सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक स्तर पर प्रचारित व प्रसारित कर दी जाती है, जिसकी वजह से समाज में बड़े पैमाने पर विद्वेश की भावना फैल जाती है, जैसा कि वर्तमान में मणिपुर हिंसा मामले में देखने को मिल रहा है।

जी हां… बीते दिनों हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर से जिस तरह दो महिलाओं का पुरुषों की जमात द्वारा नग्न अवस्था में परेड कराने का मामला प्रकाश में आया है, उसके बाद से देशभर में आक्रोश है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने देशवासियों को आश्वासन दिया है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इस मामले में पुलिस कार्रवाई की बात करें, तो अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें से चार आरोपियों को 11 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। इसके अलावा आज पांचवें आरोपी की भी गिरफ्तारी हुई है। वहीं, पीड़िताओं के बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं। बताया जा रहा है कि हिंसाग्रस्त राज्य में पूर्व में भी इस तरह कई महिलाओं को नग्न कराया जा चुका होगा, लेकिन इंटरनेट बंद होने की वजह से मामले प्रकाश में नहीं आ सकें।

Manipur Viral Video

वहीं, देशभर में इस मामले पर आक्रोश जताया जा रहा है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। लेकिन, इस बीच इसे लेकर एक भ्रामक खबर सामने आई है, जिसकी सत्यता को सिरे से खारिज कर दिया गया है। दरअसल, मणिपुर राज्य के बीजेपी उपाध्यक्ष ओ लुखोई सिंह व उनके 10 वर्ष के निर्दोष बेटे की तस्वीर को मणिपुर की वायरल वीडियो का दोषी बताकर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है, लेकिन Bunch Of Thoughts ने इस पोस्ट को अपने ट्विटर हैंडल पर साझा कर इसे झूठा करार दिया है। इसके अलावा ट्वीट में बताया गया है कि, ”मणिपुर की लड़कियों के साथ बलात्कार और नग्न परेड के पीछे आरएसएस-भाजपा की जोड़ी है।”

Lukhoi Singh

पोस्ट में आगे कहा गया है, ”क्या हम अपने अपने राज्यों में FIR दर्ज करा सकते हैं ताकि इस बकवास प्रचार पर रोक लग सके। कृपया मदद करे। लेकिन अब पड़ताल के बाद सामने आया है कि इस मामले में बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है। यह झूठी भ्रामक जानकारी है, जिसे सोशल मीडिया पर प्रचारित किया जा रहा है।

उधर, मणिपुर के शर्मनाक घटना की बात करें, तो पुलिस की कार्रवाई आरोपियों के खिलाफ लगातार जारी है, लेकिन इस तरह के शर्मनाक सामने कई राज्यों से सामने आ रहे हैं। बता दें कि बंगाल के मालदा में भी चोरी के शक में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटे जाने का मामला आया, जिस पर बीजेपी ने ममता सरकार पर निशाना भी साधा है। उधऱ, बिहार से भी ऐसा मामला सामने आया है, जहां छात्रा और शिक्षक को आपत्तिजनक हालत में पाए जाने के बाद गुस्साए लोगों ने दोनों को नग्न कर पीटा। बहरहाल, जिस तरह के मामले देशभर से सामने आ रहे हैं, उसे लेकर लोगों में आक्रोश है।