
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में जारी सियासी उथल-पुथल के बीच बेहद ही मर्माहत कर देने वाली खबर प्रकाश में आई है। पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र में जारी सियासी रार के बीच कई ऐसे सियासी दृश्य प्रकाश में आए, जो कि आगामी दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति की नई दशा व दिशा निर्धारित कर सकते हैं। बता दें कि महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष बावनकुले ने अंधेरी पूर्व में बीजेपी द्वारा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। हालांकि, इस सीट पर बीजेपी-शिंदे गुट की ओर से मुरजी पटेल को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया था। उन्होंने नामांकन भी दाखिल कर दिया था, लेकिन बाद में नाम वापस ले लिया।
बता दें कि शिवसेना की ओर से इस सीट पर ऋतुजा को उतारा गया है। इसी साल उनके पति रमेश लटके का निधन हो गया था। अब इस सीट पर ऋतुजा को उतारा गया है। वहीं, बीजेपी-शिंदे गुट की ओर से इस सीट पर मुरजी पटेल को उतारा गया है। लेकिन बीते दिनों महाराष्ट्र नवनिर्माण पार्टी के प्रमुख राज ठाकरे ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को खत लिखकर अपने प्रत्याशी को मैदान में नहीं उतारने की अपील की थी। ऐसा उन्होंने डिप्टी सीएम से दिवंगत कार्यकर्ता रमेश लटके के सम्मान के रूप में करने के लिए कहा था। राज ठाकरे ने कहा था कि यह रमेश लटके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जिसे बीजेपी ने स्वीकार करते हुए अपने उम्मीदवार का नाम वापस ले लिया। अब इस सीट से ऋतुजा के निर्विरोध जीतने की उम्मीद है।
बता दें कि बीजेपी-शिंदे द्वारा राज ठाकरे के आग्रह को स्वीकार किए जाने पर उन्होंने शुक्रिया अदा किया है। ध्यान रहे कि बीजेपी प्रदेश अध्य़क्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने खुद बीजेपी-शिंदे गुट द्वारा अपने प्रत्याशी का नाम वापस लिए जाने की घोषणा की है। उधर , मुंबई के अंधेर पूर्व में प्रस्तावित उपचुनाव को लेकर चर्चाओं का बाजार गुलजार है। जिस तरह इस सीट पर उपचुनाव को लेकर धुर विरोधी उद्धव और राज ठाकरे ने सुर में सुर मिलाए हैं, उसे लेकर चर्चाओं का बाजार गुलजार है। ध्यान रहे कि बीते दिनों महाराष्ट्र में बड़ा सियासी बवाल देखने को मिला था।
जब एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। शिंदे ने शिवसेना गुट के बागी विधायकों को एकजुट कर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी जिसके बाद महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन की सरकार बनी और इस तरह शिंदे जहां मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होने में कामयाब हुए तो वहीं दूसरी तरफ देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम की कुर्सी पर काबिज हुए।