
नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने एक बार फिर से महिला पहलवानों पर हमला बोला है। दरअसल, बीजेपी सांसद ने कहा कि महिला पहलवानों ने इतने महीनों तक प्रदर्शन किया, लेकिन सबूत के तौर पर आज तक कुछ नहीं ला पाईं, जिससे साफ स्पष्ट होता है कि उनके पास साबित करने के लिए कुछ नहीं है और उनके द्वारा लगाए गए आरोपों पूरी तरह से दुर्भावना से प्रेरित हैं। बता दें कि बीजेपी सांसद के उक्त बयान के बाद पहलवान विनेश फोगाट ने फौरन ट्वीट कर उनपर पलटवार किया, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘महिला पहलवानों को न्याय नहीं मिला है. लेकिन तुम चिंता मत करो, तुम्हारे जैसे अत्याचारी के दिन भी एक दिन ज़रूर लदेंगे। अभी तो सरकार के संरक्षण में कुश्ती पर क़ब्ज़ा किए बैठे हो और पीड़ित महिला पहलवानों को आँखें दिखा रहे हो। यक़ीन मानना महिला पहलवान तुम्हारा हिसाब ज़रूर करेंगी। हम महिला पहलवान महिलाओं के रेडिकल आंदोलन से भी बहुत कुछ सीख रही हैं, तुम्हारा हिसाब ज़रूर करेंगी।
महिला पहलवानों को न्याय नहीं मिला है. लेकिन तुम चिंता मत करो, तुम्हारे जैसे अत्याचारी के दिन भी एक दिन ज़रूर लदेंगे. अभी तो सरकार के संरक्षण में कुश्ती पर क़ब्ज़ा किए बैठे हो और पीड़ित महिला पहलवानों को आँखें दिखा रहे हो. यक़ीन मानना महिला पहलवान तुम्हारा हिसाब ज़रूर करेंगी. हम… https://t.co/skWy5fCQ65
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) November 14, 2023
बता दें कि बीजेपी सांसद ने आगे अपने पोस्ट में राजस्थान की कांग्रेस सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में आए दिन महिलाओं के साथ दूराचार होता है, लेकिन इसके बावजूद भी शीर्ष नेतृत्व कुछ नहीं कर पा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि, ‘कोई घटना घटी नहीं, किसी के पास कोई सबूत नहीं, आरोप लगाने वाले खिलाड़ियों ने सुबह कुछ कहाँ शाम को कुछ।आरोप झूठे है ये जानते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और प्रियंका जी महिलाओ को न्याय दिलाने जंतर मंतर तक पहुंच गई।
न्याय के लिये उनके आने का कोई विरोध नहीं है, महिला पहलवानो को न्याय मिला भी लेकिन राजस्थान की महिलाओ को न्याय दिलाने के लिये मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, सोनिया जी, प्रियंका जी, कांग्रेस की महिला लीडरशिप का मौन होना दुर्भाग्य पूर्ण है। राजस्थान मे रोज दर्जनों बलात्कार की घटना हो रही है, न्याय के लिये राजस्थान की महिलाये दर दर की ठोकरे खा रही है। इन घटनाओ के पक्के सबूत है इसलिए पूछता हूँ प्रियंका जी बताओ चुप क्यों है सोनिया जी बोलो आपकी जुबान पर ताला क्यों लगा है।गहलोत साहब बताओ अपने घर की महिलाओ को न्याय कब दोगे, पायलट साहब बताओ घर की महिलाओ को न्याय दिलाने के लिये अब आपके खून मे उबाल क्यों नहीं आ रहा है।
कोई घटना घटी नहीं, किसी के पास कोई सबूत नहीं, आरोप लगाने वाले खिलाड़ियों ने सुबह कुछ कहाँ शाम को कुछ।आरोप झूठे है ये जानते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और प्रियंका जी महिलाओ को न्याय दिलाने जंतर मंतर तक पहुंच गई । न्याय के लिये उनके आने का कोई…
— BrijBhushan Sharan Singh (@b_bhushansharan) November 9, 2023
यहां गौर करने वाली बात यह है कि इतने महीने बीत जाने के बावजूद भी बृजभूषण ने इस पूरे मामले को ऐसे वक्त में उठाया है, जब वर्तमान में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का दौर जारी है और आगामी 3 दिसंबर को नतीजों की घोषणा होगी, जिसके बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि प्रदेश में किसकी सरकार बनने जा रही है। फिलहाल, सभी दलों की ओर से चुनाव प्रचार का सिलसिला जोरों पर जारी है। सभी की ओर से अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। अब आगामी दिनों में किसके दावे में कितना दम निकलता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आइए उससे पहले जरा ये जान लेते हैं कि आखिर बृजभूषण शरण सिंह का पूरा माजरा क्या है।
दरअसल, आज से कई महीने पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीत चुकी महिला पहलवानों ने बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, लेकिन बृजभूषण ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर इन्हें राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया था। बाद में खेल मंत्रालय ने भी पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था, लेकिन तय मियाद बीत जाने के बावजूद भी जांच नहीं हुई, जिस पर पहलवानों ने नाराजगी भी जाहिर की। लेकिन अफसोस इस नाराजगी का कोई असर नहीं पड़ा। बाद में यह पूरा माजरा ठंडे बस्ते में चला गया।