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Brijbhushan Sharan: बैकफुट पर आए बृजभूषण शरण ! सुप्रीम कोर्ट के सम्मान का हवाला देते हुए अयोध्या में होने वाली रैली की रद्द

Brijbhushan Sharan: सुप्रीम कोर्ट के सम्मान की बात कहते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने आगे लिखा वर्तमान स्थिति में कुछ राजनीतिक दल विभिन्न स्थानों पर रैलियां कर प्रांतवाद, क्षेत्रवाद और जातीय संघर्ष को बढ़ावा देकर सामाजिक समरसता को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। उद्देश्य यह है कि 5 जून को अयोध्या में एक संत सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया ताकि पूरे समाज में फैल रही बुराई पर विचार किया जा सके, लेकिन अब जबकि पुलिस आरोपों की जांच कर रही है और सुप्रीम कोर्ट के गंभीर निर्देशों का सम्मान करते हुए “जन चेतना महारैली, 5 जून, अयोध्या चलो” को स्थगित करने का हमने फैसला किया है।

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर भारतीय पहलवानों के समर्थन में एक तरफ महापंचायत अपने दूसरे दिन भी जारी है। दूसरी तरफ यौन शोषण के आरोपों में घिरे भारतीय कुश्ती महासंघ के चीफ बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में अयोध्या में बुलाई गई जन चेतना महारैली को रद्द करने का फैसला किया गया है। इस रैली के बारे में बात करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने पहले दावा किया था कि इसमें करीब 11 लाख लोग शामिल होंगे। ये रैली 5 जून को आयोजित होनी थी। लेकिन अब इसको रद्द करने का फैसला किया गया है।

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जानकारी के लिए आपको बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में अयोध्या के रामकथा पार्क में ये जन चेतना महारैली आयोजित की जानी थी। लेकिन इससे पहले ही रैली के रद्द होने की जानकारी बृजभूषण शरण सिंह ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए दी। उन्होंने फेसबुक पर लिखा, मेरे प्रिय शुभचिंतकों! आपके समर्थन के साथ पिछले 28 वर्षों से लोकसभा के सदस्य के रूप में सेवा की है। मैंने सत्ता और विपक्ष में रहते हुए सभी जातियों, समुदायों और धर्मों के लोगों को एकजुट करने का प्रयास किया है। यही वो वजहें हैं जिनके चलते मेरे विपक्षी लोगों और दलों ने मेरे ऊपर झूठे आरोपों को लगाने का प्रयास किया है। ये साजिश है और कुछ नहीं।

गौर करने वाली बात ये है कि सुप्रीम कोर्ट के सम्मान की बात कहते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने आगे लिखा वर्तमान स्थिति में कुछ राजनीतिक दल विभिन्न स्थानों पर रैलियां कर प्रांतवाद, क्षेत्रवाद और जातीय संघर्ष को बढ़ावा देकर सामाजिक समरसता को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। उद्देश्य यह है कि 5 जून को अयोध्या में एक संत सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया गया ताकि पूरे समाज में फैल रही बुराई पर विचार किया जा सके, लेकिन अब जबकि पुलिस आरोपों की जांच कर रही है और सुप्रीम कोर्ट के गंभीर निर्देशों का सम्मान करते हुए “जन चेतना महारैली, 5 जून, अयोध्या चलो” को स्थगित करने का हमने फैसला किया है।