
नई दिल्ली। भोपाल स्थित बीजेपी कार्यालय में शिवराज सिंह चौहान प्रदेश सरकार की उपलब्धियों से लोगों को रूबरू करा रहे थे। वो बता रहे थे कि साढ़े सोलह सालों में उनकी सरकार ने समाज के किन तबकों को लाभ पहुंचाने का काम किया है। वो बता रहे थे कि किस तरह उनकी सरकार ने प्रदेश की महिलाओं और बच्चों के हित के लिए दिन-रात एक किए हैं। वो बता रहे थे कि किस तरह जब आज से कुछ वर्ष पहले उन्हें इस राज्य की कमान सौंपी गई थी, तो इसे बीमारू प्रदेश की संज्ञा दी जाती थी, लेकिन अगर आज यहां चहुंओर विकास की बयार बह रही है, तो इसका पूरा श्रेय हमारी सरकार को जाता है। वहीं, शिवराज ने आगे कहा कि, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि मोहन यादव के नेतृत्व में भी यह सरकार प्रदेश के हित में अनवरत प्रतिबद्ध रहेगी’।
#WATCH | Bhopal: Former Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan says, “…Apne liye kuchh maangne jaane se behtar, main marna samjhunga…Isiliye meine kaha tha main dilli nahi jaunga.” pic.twitter.com/pnWaAd9Wqm
— ANI (@ANI) December 12, 2023
वहीं, प्रेस कांफ्रेंस के बाद शिवराज सिंह चौहान बाहर आए, तो महिलाएं उन्हें घेरकर उनसे गले लगकर रोने लगीं। महिलाओं ने कहा कि भैया वोट तो आपको ही दिया था, लेकिन ये क्या हो गया। इसके बाद शिवराज भी अपनी भावनाओं पर काबू नहीं कर पाए, वो भी रोने लगे। उनकी आंखों से भी आंसू छलक पड़े, जिसके बाद उन्होंने खुद को संभालते हुए स्पष्ट कर दिया कि वो कहीं नहीं जा रहे हैं। वो यहीं पर हैं। पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, वो उसी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए प्रदेश की जनता के हित में काम करते रहेंगे। उनके लिए हमेशा से ही प्रदेश की बहन-बेटियां प्राथमिक रही हैं और आगे भी रहेंगी। इस बीच शिवराज ने लाडली बहनों को चुप कराया और उन्हें यह विश्वास दिलाया कि वो उनके साथ हमेशा हैं। चाहे कुछ भी हो जाए, वो हमेशा ही उनके हित के लिए खड़े रहेंगे। बता दें कि इस पूरे प्रकरण का वीडियो अभी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर लोग अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं।
Emotional Moment for people on Shivraj Singh Chouhan’s departure. pic.twitter.com/jfl4FzCEU9
— News Arena India (@NewsArenaIndia) December 12, 2023
बता दें कि 3 दिसंबर के बाद से लगातार मध्य प्रदेश के सीएम को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन कल रविवार को विधायक दल की हुई बैठक में इस पर पूर्णविराम लग गया। विधायक दल की बैठक में सीएम पद के लिए मोहन यादव के नाम पर सर्वसम्मति से मुहर लगाई गई। सनद रहे कि बैठक में खुद शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव रखा था। पार्टी ने शिवराज को जहां प्रस्तावक बनाया था, तो वहीं हरियाणा के मु्ख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था।