भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने साफ कर दिया है कि वो युवा जोड़ों के बीच प्रेम के खिलाफ नहीं है, लेकिन लव जिहाद जैसी चीजों को बर्दाश्त नहीं करेगा। आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार ने भोपाल में जो बयान दिया, उसका लब्बोलुआब यही है। लव जिहाद के मामले में पहली बार आरएसएस की तरफ से ऐसा बयान आया है। इंद्रेश कुमार ने प्रेम में धोखाधड़ी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि प्रेम के नाम पर वासना का कारोबार जारी है। इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत तो प्रेम की भूमि है और रहेगी। उन्होंने ये आरोप भी लगाया कि प्रेम के नाम पर धर्मांतरण और हत्याएं हो रही हैं। इंद्रेश कुमार ने कहा कि इन काम को ही लोग लव जिहाद कहते हैं। आरएसएस के नेता ने साफ कहा कि प्रेम का नाम पर धोखाधड़ी और हिंसा की उनका संगठन निंदा करता है।
क्या धोखे में रखकर पार्टनर से प्रेम करना ये प्रेम है या धोखा? आज प्रेम के नाम पर वासना का व्यापार चल रहा है। प्रेम को धूमिल किया जा रहा है। भारत प्रेम की भूमि थी, है और रहेगी। प्यार के नाम पर हत्या और धर्मांतरण हो रहा है और लोगों ने इसे लव जिहाद बताया है। हम प्यार के नाम पर… pic.twitter.com/HrUPDKYSMM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 12, 2023
इंद्रेश कुमार का ये बयान इस मायने में अहम है क्योंकि लव जिहाद एक खास समुदाय के युवकों पर आए दिन लगता है। इसे लेकर माहौल भी गरमाया हुआ है। एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी समेत तमाम लोग लव जिहाद के मसले पर सवाल खड़े करते हैं। ओवैसी ने तो बीते दिनों महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का नाम लेकर पूछा था कि बताएं कहां लव जिहाद है। इसी लव जिहाद के मामले में उत्तराखंड के उत्तरकाशी और कुछ जगहों पर स्थानीय लोगों ने एक समुदाय के लोगों से कस्बे खाली करा लिए हैं।
बीजेपी शासित तमाम राज्यों की सरकारों ने भी कहा है कि वो किसी सूरत में लव जिहाद करने वालों को नहीं बख्शेंगे। लव जिहाद और प्रेम के जरिए धर्मांतरण के बारे में ‘द केरल स्टोरी’ नाम की फिल्म भी आ चुकी है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह हिंदू लड़कियों को जाल में फंसाकर उनका धर्मांतरण किया गया और फिर एक आतंकी संगठन तक पहुंचाया गया। लव जिहाद शब्द सबसे पहले केरल हाईकोर्ट से आया था। वहां एक मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इस शब्द का इस्तेमाल किया था।