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Jharkhand Topper Success Story: बढ़ई के बेटे ने JAC बोर्ड मैट्रिक नतीजों में मारी बाजी, बनना चाहता है IAS

Jharkhand Topper Success Story: इस साल झारखंड बोर्ड के नतीजों में कक्षा 10वीं में छह छात्रों पहले स्थान पर रहे। जबकि दो छात्रों ने दूसरी रैंक हासिल की है, कुल छह छात्रों ने तीसरा स्थान हासिल किया है, और तीन ने चौथी रैंक हासिल की है। इसके अलावा, 10 छात्रों ने पांचवां स्थान हासिल किया है। इस साल, कक्षा 10वीं के छात्रों का कुल पासिंग परसेंटेज 95.60 फीसदी रहा। 

नई दिल्ली। वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि सफलता किसी हैसियत की मोहताज नहीं होती। बस लगन के साथ कड़ी मेहनत करें तो कुछ भी पाया जा सकता है। इस कहावत को सच साबित कर दिखाया है झारखंड बोर्ड के मैट्रिक परीक्षा टॉपर अभिजीत शर्मा ने, अभिजीत के पिता बढ़ई का काम करते हैं इसलिए झारखंड एकेडमिक काउंसिल यानी जेएसी की 10वीं की परीक्षा में उनका स्टेट टॉपर बनकर निकलना, किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। मंगलवार को झारखंड बोर्ड द्वारा घोषित हाईस्कूल के नतीजों में जमशेदपुर के एक बढ़ई के बेटे अभिजीत शर्मा ने टॉप किया है। कुल 500 नंबर की इस परीक्षा में से अभिजीत ने 490 अंकों के साथ राज्य में पहला स्थान हासिल किया है। अभिजीत शर्मा, झारखंड के बिष्टुपुर में मौजूद रामकृष्ण मिशन इंग्लिश स्कूल के छात्र हैं। मैट्रिक की बोर्ड परीक्षा में झारखंड टॉपर बनकर उन्होंने अपने स्कूल का नाम भी खूब रोशन किया।

अभिजीत शर्मा...

अपनी भविष्य की योजनाओं का खुलासा करते हुए अभिजीत बताते हैं कि उनका लक्ष्य सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने और इसके बाद आईएएस अधिकारी बनने का है। जेएसी टॉपर अभिजीत शर्मा ने एक इंटरव्यू में बताया कि मुझे खुशी है कि मैंने परीक्षा में इतना अच्छा स्कोर किया। अब मेरा लक्ष्य आईएएस अधिकारी बनने का है। मेरे पिता अखिलेश शर्मा बढ़ई हैं और मेरी माँ एक गृहिणी हैं। पिताजी, जीवन यापन के लिए डोर-टू-डोर सेवाएं देकर कुर्सियों की मरम्मत करते हैं। किसी ने सच ही कहा है कि ज्यादातर गरीब मां बाप की संतान ही संघर्षों और अभावों से दो चार होने के कारण अधिक मेहनत और लगन से अपनी सफलता का लोहा मनवाते हैं।

अभिजीत शर्मा..

इस साल झारखंड बोर्ड के नतीजों में कक्षा 10वीं में छह छात्रों पहले स्थान पर रहे। जबकि दो छात्रों ने दूसरी रैंक हासिल की है, कुल छह छात्रों ने तीसरा स्थान हासिल किया है, और तीन ने चौथी रैंक हासिल की है। इसके अलावा, 10 छात्रों ने पांचवां स्थान हासिल किया है। इस साल, कक्षा 10वीं के छात्रों का कुल पासिंग परसेंटेज 95.60 फीसदी रहा।