
कोलकाता। पार्थ चटर्जी के बाद अब ममता बनर्जी के एक और करीबी की गिरफ्तारी हो गई है। ममता के इस खास टीएमसी नेता का नाम अनुब्रत मंडल है। मंडल को सीबीआई ने पशु तस्करी के मामले की जांच में सहयोग न करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अनुब्रत को सीबीआई ने बुधवार को पूछताछ के लिए तलब किया था, लेकिन अनुब्रत ने खुद को बीमार बताकर 2 हफ्ते का वक्त मांगा था। जिसके बाद आज उनको जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले सीबीआई ने इस आरोप में अनुब्रत के सुरक्षाकर्मी समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया था। अनुब्रत मंडल बीरभूम जिले मे टीएमसी के प्रभारी हैं। सीबीआई ने सोमवार को आसनसोल के कोर्ट में पशु तस्करी के मामले में चौथी चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें अनुब्रत के बॉडीगार्ड सैगल हुसैन समेत 11 लोगों को आरोपी बताया गया है। 40 पेज की चार्जशीट में बताया गया है कि सैगल ने पशु तस्करों से रकम लेकर अनुब्रत तक पहुंचाने का काम किया।
सीबीआई के मुताबिक पशु तस्करी से रकम हासिल होने के बारे में उसे तमाम दस्तावेजी सबूत मिले हैं। जांच एजेंसी का कहना है कि इस रकम से खरीदी गई 49 संपत्तियों के दस्तावेज भी उसे मिले हैं। सीबीआई ने चार्जशीट में कहा है कि अनुब्रत मंडल के बॉडीगार्ड सैगल के मोबाइल कॉल डिटेल से पता चला कि वो पशु तस्करों से संपर्क में था। इस चार्जशीट में सीबीआई ने टीएमसी के फरार नेता बिनय मिश्रा के भाई विकास का नाम भी लिया है। अब अनुब्रत मुश्किलों के भंवर में फंस गए हैं।
बता दें कि सीबीआई ने पशु तस्करी के मामले में बीते दिनों पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में कई जगह छापे मारे थे। सीबीआई के ये छापे इलमबाजार और नानूर इलाके में हुए थे। मोहम्मद नजीबुद्दीन उर्फ तुलु मंडल, अब्दुल करीम खान और जिया-उल हक शेख उर्फ मुक्तो समेत टीएमसी के स्थानीय नेताओं के घरों पर सीबीआई की रेड हुई थी। छापे में पशु तस्करी समेत अन्य कई मामलों के सबूत जांच एजेंसी के हाथ लगे थे।
TMC leader Anubrata Mondal arrested for not cooperating with CBI in cattle smuggling probe: Officials
— Press Trust of India (@PTI_News) August 11, 2022