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Balasore Train Accident: बालासोर ट्रेन हादसे की जांच में सीबीआई को मिले अहम सबूत! सूत्रों के मुताबिक सिग्नल सिस्टम में सुबह से ही थी गड़बड़ी

ओडिशा के बालासोर जिले में बहानागा बाजार रेलवे स्टेशन पर 2 जून को हुए भीषण ट्रेन हादसे की जांच कर रही सीबीआई 5 लोगों से पूछताछ कर रही है। इनमें बहानागा बाजार के असिस्टेंट स्टेशन मास्टर एसबी मोहंती और सिग्नल की देखरेख करने वाले 4 कर्मचारी शामिल हैं। सीबीआई पूरे स्टेशन को सील कर चुकी है।

बालासोर। ओडिशा के बालासोर जिले में बहानागा बाजार रेलवे स्टेशन पर 2 जून को हुए भीषण ट्रेन हादसे की जांच कर रही सीबीआई 5 लोगों से पूछताछ कर रही है। इनमें बहानागा बाजार के असिस्टेंट स्टेशन मास्टर एसबी मोहंती और सिग्नल की देखरेख करने वाले 4 कर्मचारी शामिल हैं। इसके अलावा प्राथमिक जांच में स्टेशन मास्टर भी दोषी दिख रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक 2 जून को ट्रेन हादसे वाले दिन सिग्नल में सुबह से ही गड़बड़ी देखी जा रही थी। इसे ठीक करने के लिए देखरेख करने वाले कर्मचारियों को बुलाया गया था। इन कर्मचारियों ने स्टेशन मास्टर को बताया कि सिग्नल की गड़बड़ी को ठीक कर दिया गया है, लेकिन स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोजीजर के तहत स्टेशन मास्टर और असिस्टेंट स्टेशन मास्टर ने इन सिग्नलों को चलाकर नहीं देखा कि वे ठीक हुए या नहीं।

odisha train accident 1

सीबीआई ने पहले ही बहानागा बाजार रेलवे स्टेशन के सभी कर्मचारियों के मोबाइल फोन और लॉगबुक जब्त कर लिए हैं। जांच एजेंसी ने रूट रिले इंटरलॉकिंग रूम को भी सील कर दिया है। इसकी वजह से अब कोई भी ट्रेन बहानागा बाजार रेलवे स्टेशन पर नहीं रुक रही है। सीबीआई की जांच में मुख्य तौर पर सिग्नल मेंटेन करने वाले कर्मचारी हैं। पता चला है कि स्टेशन से पहले मैनुअल बूम बैरियर की जगह इलेक्ट्रिक बैरियर लगाया जाना था। ये बैरियर इंटरलॉकिंग सिस्टम से जुड़ा होता है। रिले स्विच में काले रंग के तारों को बदले जाने की बात भी सामने आई है। सीबीआई ये जांच भी कर रही है कि ये तार क्यों बदले गए।

train signal

बहानागा बाजार रेलवे स्टेशन पर शालीमार से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस को मेन लाइन का सिग्नल था, लेकिन वो लूप लाइन में चली गई थी। वहां कोरोमंडल एक्सप्रेस एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। इससे उसके सभी कोच पलट गए थे। कुछ कोच बगल के डाउन मेन लाइन से गुजर रही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस के पिछले हिस्से से टकराए थे। इससे उस ट्रेन के भी 2 कोच पटरी से उतरे थे। इस भीषण रेल हादसे में 288 यात्रियों की मौत हुई थी और 1000 के करीब लोग घायल हुए थे। रेलवे बोर्ड ने घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी।