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Bihar Politics: बिहार में चल रही सियासी हलचल पर केंद्र की नजर, नड्डा-शाह की हुई गुपचुप बैठक, तैयार हुआ ये प्लान

Bihar Politics: बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी प्रदेश में घट रही राजनीतिक घटनाओं के बीच दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं, जहां उनकी मुलाकात जेपी नड्डा से हो सकती है। हालांकि, बीते दिनों उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि पार्टी की केंद्रीय इकाई की ओर से इस संदर्भ में जो भी फैसला लिया जाएगा, हम उसे मानने के लिए बाध्य होंगे।

नई दिल्ली। कहीं आप इस फितूर में हो कि केंद्र सरकार अपने मे ही मस्त है। उसे बिहार में चल रही राजनीतिक उठापटक से कोई लेना-देना नहीं है, तो आपको बता दें कि आप बिल्कुल गलत सोच रहे हैं। राजनीतिक दृष्टि से किसी भी पार्टी के लिए उत्तर प्रदेश के बाद अगर कोई राज्य खासा अहम रखता है, तो वो है बिहार। ऐसे में बीजेपी जैसी पार्टी बिहार जैसे राज्य को नजरअंदाज करें, वो भी ऐसे समय में जब कुछ माह बाद लोकसभा के चुनाव का बिगुल बजने जा रहा है, इसे हजम नहीं किया जा सकता है, लिहाजा केंद्र सरकार फिलहाल बिहार में घट रही हर घटनाओं पर पैनी नजर बनाए हुए है। बिहार को लेकर केंद्र की तीखी नजर का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि कल इस संदर्भ में बाकायदा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्य़क्ष जेपी नड्डा के बीच इसे लेकर सीक्रेट मीटिंग भी हुई, जिसमें बिहार के भविष्य को लेकर बड़े ही सार्थक फैसले लिए गए।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में फैसला लिया जा चुका है कि अगर नीतीश कुमार बीजेपी में आना चाहते हैं, तो आ सकते हैं। उनके लिए द्वार खुले हुए हैं। किसी को भी इससे कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए, लेकिन बताया जा रहा है कि बीजेपी ने लगे हाथों यह भी स्पष्ट कर दिया है कि बेशक नीतीश बीजेपी की नौका पर सवार हो, लेकिन मुख्यमंत्री पद इस बार उन्हें नहीं मिलेगा। वहीं, खबर है कि बीजेपी के इस शर्त से वाकिफ होने के बाद नीतीश कुमार का मुंह उतर चुका है। वो अब विधानसभा को समय पूर्व भंग कर सकते हैं। इसके लिए वो लगातार कानूनी विशेषज्ञों की मदद ले रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई बात नहीं बन पाई है।

उधर, बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी प्रदेश में घट रही राजनीतिक घटनाओं के बीच दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं, जहां उनकी मुलाकात जेपी नड्डा से हो सकती है। हालांकि, बीते दिनों उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया था कि पार्टी की केंद्रीय इकाई की ओर से इस संदर्भ में जो भी फैसला लिया जाएगा, हम उसे मानने के लिए बाध्य होंगे। हमें उससे कोई आपत्ति नहीं होगी। इसके साथ ही सम्राट चौधरी ने नीतीश द्वारा परिवारवादी पार्टियों पर निशाना साधने को लेकर उनकी प्रशंसा की है। इस बीच गिरिराज सिंह ने बिहार में चल रही राजनीतिक घटनाओं के बीच दाल में कुछ काला होने के संकेत दिए हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि इसमें नीतीश कोई चाल हो सकती है। उधर, नीतीश कुमार ने झारखंड का अपना दौरा भी रद्द कर दिया, जिसे मौजूदा समय में प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं, आज लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने तीन ट्वीट किए, जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधा था।