नई दिल्ली। आतंक के खिलाफ आज राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कड़ा प्रहार किया है। गुरुवार को एनआईए और ईडी ने केरल, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत 10 से ज्यादा राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI के ठिकानों पर रेड मारी है। इस छापेमारी के दौरान अलग-अलग राज्यों से पीएफआई से जुड़े 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार भी किया है। वहीं आतंकी कमर तोड़ने के लिए जांच एजेंसी के एक्शन के बाद अब पीएफआई के कार्यकर्ताओं की बौखलाहट देखने को मिल रही है। पीएफआई के लोग सड़कों पर उतर आए है। उसी के मद्देनजर अब दिल्ली में एनआई के दफ्तर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बता दें कि टेरर-फंडिंग को लेकर NIA और ईडी की ये अब तक की सबसे बड़ी छापेमारी की है। इसके केरल, राजस्थान समेत कई राज्यों के पीएफआई के अध्यक्ष को गिरफ्तार किया जा चुका है।
Tamil Nadu | PFI workers protest against National Investigation Agency (NIA) raid at the PFI office in Chennai pic.twitter.com/EPAEzCKJFk
— ANI (@ANI) September 22, 2022
उधर पीएफआई के छापेमारी को लेकर गृह मंत्री अमित शाह बड़ी बैठक भी कर रहे है। अमित शाह के साथ ही NSA अजीत डोभाल, डीजी एनआई और गृह सचिव मौजूद है। इसी बीच PFI छापेमारी को लेकर सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) का बयान सामने आया है। SDPI ने पीएफआई के ठिकानों पर केंद्र एजेंसी द्वारा सुबह से ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है और पीएफआई के लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। उसका विरोध किया है।
Government Creating Terror Using Agencies. Release the Popular Front, SDPI Leaders Unconditionally.@MKFaisy @PFIOfficial pic.twitter.com/YPdeEzPZAp
— SDPI (@sdpofindia) September 22, 2022
पीएफआई का राजनीति विंग एसडीपीआई ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की नाकामी छिपाने और डर पैदा करने के लिए ये छापेमारी हो रही है। साथ ही विरोध की आवाज दबाने के लिए रेड मारी जा रही है। एजेंसियों का गलत इस्तेमाल किए जाने का कड़ा विरोध जताते हैं।