
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र सरकार से 500 रुपए का नोट बंद करने की मांग की है। उन्होंने कहा, जब तक बड़े नोटों का चलन है, नकद लेन-देन में भ्रष्टाचार की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। नायडू बोले, भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने और वित्तीय लेन-देन में पारदर्शिता लाने के लिए यह जरूरी है कि डिजिटल करेंसी का उपयोग किया जाए। वाईएसआर कडप्पा जिले में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के वार्षिक महानाडु कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह बाते कहीं।
टीडीपी चीफ ने बताया कि जब डिजिटल माध्यम से भुगतान होगा तो हर ट्रांजैक्शन को आसानी से ट्रेस किया जा सकेगा। इस तरह से वित्तीय लेन-देन में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी। डिजिटल ट्रांजैक्शन के जरिए देश की अर्थव्यवस्था को भी साफ और सुरक्षित बनाया जा सकता है। नायडू ने कहा कि डिजिटल करेंसी पर रिपोर्ट सौंपते हुए उन्होंने पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुझाव दिया था कि बड़े नोटों की छपाई बंद कर दी जाए और उनको चलन से बाहर कर दिया जाए। उनका कहना है कि नोटबंदी के बाद भी उन्होंने केंद्र सरकार को सुझाव दिया था कि डिजिटल करेंसी लाई जाए। अगर उस समय से देश पूरी तरह डिजिटल भुगतान की दिशा में बढ़ता, तो आज भ्रष्टाचार की स्थिति में काफी हद तक सुधार आ चुका होता।
उन्होंने कहा कि आज जब दुनिया के कई देश डिजिटल करेंसी का उपयोग कर रहे हैं तो हमें भी उस दिशा में सोचना चाहिए। आंध्र सीएम ने उदाहरण देते हुए बताया कि अगर किसी को राजनीतिक दल के लिए चंदा देना होता था, तो हमें लिस्ट देखनी पड़ती थी, लेकिन अब सिर्फ क्यूआर कोड के चंदा दिया जा सकता है। टीडीपी ने इस पर पहल करते हुए इसकी शुरुआत भी कर दी है। नायडू के मुताबिक डिजिटल ट्रांजैक्शन से टैक्स चोरी और रिश्वतखोरी जैसे मामलों में भी कमी आएगी।