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lockdown in China: लॉकडाउन लगाने की तैयारी में चीन सरकार? फूटा लोगों का गुस्सा

lockdown in China: चीन के शियान शहर में दिसंबर 2021 से लेकर जनवरी 2022 तक 20 लाख से भी अधिक लोग कोरोना की दुश्वारियों की वजह से घरों में कैद होने पर मजबूर थे। उनके पास कोरोना से निपटने के लिए कोई विकल्प नहीं था। लॉकडाउन की वजह से लोगों को आर्थिक प्रतिबंधों का भी सामना करना पड़ा था।

नई दिल्ली। क्या चीन में फिर से लगेगा लॉकडाउन? क्या फिर होंगी चीन की गुलजार गलियां वीरान? क्या फिर होंगे चीन के लोग दुश्वारियों के सैलाब में सराबोर? जी हां, चीन में अभी इन सवालों को लेकर चर्चाओं का बाजार गुलजार हो चुका है। कयास लगाए जा रहे हैं कि चीन में कभी–भी तालाबंदी लगाई जा सकती है। अगर ऐसा हुआ तो यह चीन के लिए बड़ा झटका हो सकता है। वैसे भी पूर्व में लगाए गए लॉकडाउन की वजह से चीन को आर्थिक मोर्चे पर बेशुमार दुश्वारियों से जूझना पड़ा था। ऐसे चीन के लोग लॉकडाउन के पक्ष में बिल्कुल भी नहीं है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन वहां की मौजूदा परिस्थितियों के लिए एक जरूरत बन चुकी है। अब ऐसे में चीन की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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बता दें कि चीन में अभी इन्फ्लुएंजा के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसे ध्यान में रखते वहां लॉकडाउन लगाए जाने की मांग तेज हो चुकी है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोग चीन द्वारा लगाए गए लॉकडाउन का विरोध कर रहे हैं। कह रहे हैं कि चीन पहले से ही आर्थिक दुश्वारियों से जूझ रहा है और अगर ऐसी स्थिति में लॉकडाउन लगाया, तो हम सड़कों पर आकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा सभी बाजार, दुकानदारों सहित उन सभी स्थलों पर लोगों की आमद को कम करने की बात कही गई है, जहां आमतौर पर लोगों की भीड़ बनी रहती है।

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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के शियान शहर में दिसंबर 2021 से लेकर जनवरी 2022 तक 20 लाख से भी अधिक लोग कोरोना की दुश्वारियों की वजह से घरों में कैद होने पर मजबूर थे। उनके पास कोरोना से निपटने के लिए कोई विकल्प नहीं था। लॉकडाउन की वजह से लोगों को आर्थिक प्रतिबंधों का भी सामना करना पड़ा था। कई लोगों को बेरोजगारी का भी शिकार होना पड़ा था। समग्रता के दृष्टिकोण से देखें तो देश की अर्थव्यवस्था को भी खासा नुकसान हुआ था। ऐसे सूरत में अब जब फ्लू के मामलों में लगातार तेज वृद्धि देखने को मिल रही है, तो लोगों फिलहाल सोशल मीडिया के मंच से लॉकडाउन का विरोध कर रहे हैं और बहुत मुमकिन है कि अगर सरकार की तरफ से लॉकडाउन के पक्ष में कोई निर्णय लिया गया, तो आगामी दिनों में यह विरोध सड़कों पर भी दिखेगा।