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CJI JY Chandrachud Praised The 3 New Laws : मोदी सरकार के तीन नए कानूनों की तारीफ करते हुए बोले सीजेआई चंद्रचूड़, बदल रहा है भारत

CJI JY Chandrachud Praised The 3 New Laws : सीजेआई ने कहा कि भारत को वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए नए कानूनों की जरूरत है। इन नए कानूनों की सहायता से हम अपने समाज के बेहतर भविष्य की परिकल्पना कर सकते हैं।

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ ने दिल्ली में एक सम्मेलन इस दौरान केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन कानूनों की सराहना करते हुए कहा कि भारत बदल रहा है और नई चुनौतियों से निपटने को तैयार है।’आपराधिक न्याय प्रणाली के प्रशासन में भारत का प्रगतिशील पथ’ विषय पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीजेआई बोले, मुझे लगता है कि संसद द्वारा भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम कानूनों का पास करना एक स्पष्ट संकेत है कि भारत बदल रहा है और भारत आगे बढ़ रहा है। भारत को वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए नए कानूनों की जरूरत है। इन नए कानूनों की सहायता से हम अपने समाज के बेहतर भविष्य की परिकल्पना कर सकते हैं।

आपको बता दें भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1 जुलाई, 2024 से लागू होंगे। तीनों कानूनों पिछले साल 21 दिसंबर को संसद से पास हुए थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 25 दिसंबर को इन्हें मंजूरी दी थी। इनके लागू होने के साथ ही देश की आपराधिक न्याय प्रणाली पूरी तरह से बदल जाएगी। हालांकि, एक्सीडेंट के हिट-एंड-रन के मामलों से संबंधित प्रावधान तुरंत लागू नहीं होंगे। इससे पहले एक वीडियो संदेश में प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने नागरिकों से मतदान जरूर करने की अपील की। सीजेआई ने कहा है कि मतदान संवैधानिक लोकतंत्र में सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्यों में से एक है। इसलिए हर नागरिक को समय निकालकर हर चुनाव में मतदान जरूर करना चाहिए।

इससे पहले नागपुर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के शताब्दी समारोह में जस्टिस चंद्रचूड़ ने न्यायपालिका को लेकर महत्वपूर्ण टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा कि न्यापालिका ने बार-बार अपनी स्वतंत्रता और गैर-पक्षपातपूर्णता को साबित किया है। न्यायपालिका की स्वतंत्रता और बार की स्वतंत्रता के बीच गहरा संबंध है। चीफ जस्टिस ने कहा कि बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों और सदस्यों को अदालत के फैसलों पर प्रतिक्रिया करते समय सोच विचार कर बोलना चाहिए, आम लोगों की तरह टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।