
नई दिल्ली। मंकीपॉक्स या एमपॉक्स वायरस को लेकर भारत में भी अब चिंता करने वाली खबर सामने आई है। केरल के मलप्पुरम में रहना वाला व्यक्ति जिसमें पिछले सप्ताह मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी उसमें एमपॉक्स का क्लैड 1 वैरिएंट पाया गया है। क्लैड 1 मंकीपॉक्स वायरस का वही वैरिएंट है जिसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है। केरल के मलप्पुरम का रहने वाला यह व्यक्ति कुछ समय पहले ही यूएई से लौटा है। फिलहाल वो मंजेरी स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती है और उसकी हालत सामान्य है।
India reports the first MPOX clade 1 case, which was reported in Kerala, Malappuram last week. The patient is a 38-year-old man who travelled from UAE, this is the strain after which WHO declared a public health emergency: Official Sources
— ANI (@ANI) September 23, 2024
केरल के इस व्यक्ति में क्लैड 1 वैरिएंट की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारी भी चौकन्ने हो गए हैं। प्रशासन अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि क्लैड 1 वैरिएंट से पीड़ित यह व्यक्ति कहां-कहां और इसके संपर्क में कितने लोग आए ताकि कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा सके भारत में मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमण का यह दूसरा मामला है। इससे पहले दिल्ली में व्यक्ति में मंकीपॉक्स वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि इस व्यक्ति में मंकीपॉक्स वायरस के क्लैड 2 वैरिएंट का संक्रमण पाया गया है। क्लैड 2 वैरिएंट डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी की गई आपात स्थिति में नहीं आता है। दिल्ली का यह व्यक्ति भी कुछ समय पहले विदेश यात्रा से लौटा है। अस्पताल में कुछ दिन आइसोलेशन में इलाज के बाद उसे 21 सितम्बर को डिस्चार्ज किया जा चुका है।
डब्ल्यूएचओ की ओर से मंकीपॉक्स के क्लैड 1 वैरिएंट को लेकर पहले ही एडवाइजरी जारी की जा चुकी है और इसे एक तरह ही मेडिकल इमरजेंसी भी घोषित किया है। डब्ल्यूएचओ के आंकड़े के अनुसार मंकीपॉक्स बीमारी की चपेट में आकर साल 2022 से अब तक दुनिया भर के 116 देशों में 99 हजार से लोगों की मौत हो चुकी है।