
चंडीगढ़। लोकसभा चुनाव में पंजाब में आम आदमी पार्टी के साथ सीट बंटवारे के मुद्दे पर कांग्रेस में ही घमासान मच गया है। एक तरफ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने आम आदमी पार्टी से किसी भी समझौते के खिलाफ बयान दिए हैं। वहीं, अब पंजाब से कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कह दिया है कि जिसे आम आदमी पार्टी से समझौता मंजूर नहीं, उसे इस्तीफा दे देना चाहिए। इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि पंजाब में कांग्रेस के नेताओं को आलाकमान के फैसले को मानना चाहिए।
एक तरफ अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और प्रताप सिंह बाजवा और दूसरी तरफ कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू और नवजोत सिंह सिद्धू के अलग-अलग बयानों से आने वाले दिनों में पंजाब कांग्रेस के भीतर ही घमासान और तेज होने के आसार हैं। बिट्टू ने ये भी कहा है कि पंजाब कांग्रेस के नेताओं को गठजोड़ के खिलाफ बयानबाजी कर पार्टी के कार्यकर्ताओं को गुमराह नहीं करना चाहिए। पंजाब में आम आदमी पार्टी सत्ता में है। पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें हैं। इनमें से 2019 में कांग्रेस ने 8 सीटें जीती थीं। आम आदमी पार्टी को पिछली बार पंजाब से सिर्फ 1 लोकसभा सीट पर जीत हासिल हुई थी। वहीं, बीजेपी और अकाली दल ने 2-2 सीटें हासिल की थीं।
आम आदमी पार्टी को पिछली बार 1 लोकसभा सीट पर जीत मिलने की वजह से पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और प्रताप सिंह बाजवा जैसे नेता उसके साथ सीटों के समझौते का विरोध कर रहे हैं। साथ ही बड़ा मुद्दा ये भी है कि क्या पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस से सीटों का समझौता करने को राजी होगी? कुल मिलाकर पंजाब में विपक्षी गठबंधन के बीच जारी ये टकराव आगे चलकर नए रंग ले सकता है।