नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को सोमवार को अधिकारियों ने पासपोर्ट देने से मना कर दिया। पासपोर्ट अधिकारी ने महबूबा मुफ्ती को संबोधित एक पत्र में उन्हें सूचित किया है कि जम्मू-कश्मीर सीआईडी, जो कि सत्यापन के लिए नोडल एजेंसी है, ने उन्हें पासपोर्ट देने का विरोध किया है। उन्हें सूचित किया गया है कि वो इसके खिलाफ विदेश मंत्रालय में उपयुक्त प्राधिकारी के सामने अपील कर सकती हैं। वो अपने पासपोर्ट आवेदन को अस्वीकार किए जाने के फैसले के खिलाफ शिकायत दर्ज करा सकती हैं।
बता दें कि इसको लेकर महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी भी जताई है। महबूबा मुफ्ती ने इस मामले में ट्वीट करते हुए कहा है कि पासपोर्ट कार्यालय ने मेरा पासपोर्ट जारी करने से CID की रिपोर्ट के आधार पर इनकार कर दिया, क्योंकि यह भारत की सुरक्षा के लिए खतरा है। यह अगस्त 2019 से कश्मीर में हासिल की गई सामान्य स्थिति का स्तर है कि पासपोर्ट धारण करने वाला एक पूर्व मुख्यमंत्री एक शक्तिशाली राष्ट्र की संप्रभुता और सुरक्षा के लिहाज से खतरा है।
बता दें कि मुफ्ती के पासपोर्ट की तारीख 31 मई 2019 तक थी, जिसके बाद उन्होंने अपडेट के लिए अपील की थी, जिसपर जम्मू कश्मीर पुलिस ने इनकार कर दिया है।
Passport Office refused to issue my passport based on CID’s report citing it as ‘detrimental to the security of India. This is the level of normalcy achieved in Kashmir since Aug 2019 that an ex Chief Minister holding a passport is a threat to the sovereignty of a mighty nation. pic.twitter.com/3Z2CfDgmJy
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) March 29, 2021
मुफ्ती के पास पासपोर्ट की तारीख 31 मई, 2019 तक थी। उन्होंने बीते साल 11 दिसंबर को पासपोर्ट ऑफिस में अपडेट के लिए अपील की थी, नियमानुसार 30 दिन के भीतर ये प्रक्रिया पूरी की जानी थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।