नई दिल्ली। राजधानी में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। यमुना का बढ़ता जलस्तर दिल्लीवासियों के लिए चिंता का सबब बनता जा रहा है। आज दिल्ली-यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड टूट गया है। यमुना के जलस्तर ने 45 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। यमुना का जलस्तर 207.55 मीटर पार दर्ज हुआ है। दिल्ली के कई इलाके अभी से जलमग्न हो गए है। ऐसे में अब दिल्ली में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। वहीं दिल्ली में बेकाबू यमुना के प्रचंड प्रहार को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपात बैठक बुलाई है। इसके साथ ही उन्होंने इस मामले में केंद्र से हस्तक्षेप करने की मांग की है। इसी बीच सीएम केजरीवाल ने राजधानी में बाढ़ के खतरे को देखते हुए ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी सीएम केजरीवाल ने अपने ट्विटर हैंडल से भी साझा की है।
इस चिट्ठी में सीएम केजरीवाल ने लिखा की दिल्ली में यमुना का स्तर 207.55 मीटर पहुंच गया है। ये खतरे के निशाने से बहुत ऊपर है। इससे पहले यमुना का अभी तक अधिकतर स्तर साल 1978 में पहुंचा था जो कि 207.49 मीटर था। उस दिल्ली में बाढ़ आ गई थी और काफी गंभीर स्थिति हो गई थी। उन्होंने लिखा है कि दिल्ली में तीन दिन से बारिश नहीं हो रही है। फिर भी यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़ने की वजह से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है।
सीएम केजरीवाल ने अमित शाह से मांग की है कि हथिनीकुंड से सीमित स्तर पानी छोड़ा जाए। जिससे यमुना का जलस्तर और न बढ़े। इतना ही नहीं केजरीवाल ने अमित शाह को लिखी चिट्ठी में जी20 का भी जिक्र किया है।
My letter to Union Home Minister on Yamuna flood levels… pic.twitter.com/dqDMLWuIfe
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) July 12, 2023
उन्होंने कहा राजधानी में जी-20 शिखर सम्मेलन होना है। ऐसे में दिल्ली में बाढ़ आई तो दुनिया में अच्छा संदेश नहीं जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि हम सबको मिलकर इस स्थिति में दिल्ली के लोगों को बचाना है।