नई दिल्ली। राजस्थान में सियासी घमासान लगातार जारी है। इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि उन्होंने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्यपाल कलराज मिश्र के व्यवहार को लेकर बातचीत की। अशोक गहलोत ने बताया कि उन्होंने सात दिन पहले लिखे पत्र को लेकर भी पीएम मोदी से बात की।
गहलोत ने की पीएम मोदी से बात
अशोक गहलोत ने कहा, ‘मैंने कल प्रधानमंत्री के साथ बात की और उन्हें राज्यपाल के व्यवहार के बारे में बताया। मैंने उनके साथ उस पत्र के संबंध में भी बात की जो मैंने उन्हें सात दिन पहले लिखा था।’
I spoke with Prime Minister yesterday and told him about the behaviour of the Governor. I spoke with him regarding the letter I had written to him seven days back: Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot (file pic) pic.twitter.com/7CWQVWRwnk
— ANI (@ANI) July 27, 2020
बता दें कि सोमवार को ही राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा सत्र बुलाने की मांग वाली फाइल को लौटा दिया है। गहलोत ने गवर्नर के पास 31 जुलाई से विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव भेजा था। उनके प्रस्ताव को लौटाते हुए गवर्नर ने उनसे दो सवाल पूछे हैं। उन्होंने गहलोत से पूछा है- ‘क्या आप ‘विश्वास प्रस्ताव’ लाना चाहते हैं? क्योंकि प्रस्ताव में आपने इसका ज़िक्र नहीं किया जबकि आप पब्लिक और मीडिया में कह रहे हैं कि आप ‘विश्वास प्रस्ताव’ लाएंगे।’
उन्होंने दूसरा सवाल पूछा है कि ‘कोरोना की वजह से इतने कम समय में सभी विधायकों को विधानसभा सत्र के लिए बुलाना मुश्किल होगा। क्या आप विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर 21 दिन का नोटिस देने पर विचार कर सकते हैं?’
Rajasthan Governor Kalraj Mishra also says, “It will be difficult to call all the MLAs for the Assembly Session in the wake of COVID-19 pandemic. Can you consider giving a 21-day notice over the convening of Assembly Session?”: Sources https://t.co/3Ol0M8fDt2
— ANI (@ANI) July 27, 2020
गवर्नर ने कहा है कि ‘अगर आप ‘विश्वास प्रस्ताव’ लाते हैं तो पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग की जाए।’विश्वास प्रस्ताव’ का लाइव प्रसारण किया जाए।’ उन्होंने यह भी पूछा है कि सत्र बुलाया जाता है तो विधानसभा में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कैसे किया जाएगा?