गोरखपुर। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को यूं ही आम आदमी का सीएम नहीं कहा जाता। योगी ने एक दिव्यांग सफाईकर्मी विवेक और उनकी पत्नी संध्या की मन्नत सोमवार को पूरी कर उनको दुनियाभर की खुशियां दे दीं। सीएम योगी ने सोमवार सुबह गोरखपुर के अपने गोरखनाथ मठ परिसर में विवेक की 7 महीने की बेटी का खुद अपने हाथों से अन्नप्राशन कर आशीर्वाद दिया। खुशी से विवेक और उनकी पत्नी की आंखें छलक आईं। दंपति का कहना था कि बेटी का अन्नप्राशन सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथ होना उनके लिए बड़े सौभाग्य की बात रही। दंपति ने इसके लिए सीएम योगी का बहुत आभार व्यक्त किया है।
विवेक दिव्यांग भी हैं। वो गोरखपुर नगर निगम में संविदा कर्मचारी हैं। विवेक छिड़काव का काम करते हैं। मंदिर परिसर में ही कर्मचारी आवास में विवेक अपनी पत्नी और परिजनों के साथ रहते हैं। उनकी बेटी के अलावा 3 साल का बेटा भी है। एक और बच्चा वो गंवा चुके हैं। विवेक के मुताबिक बेटी का जन्म होने के बाद ही उन्होंने गुरु गोरखनाथ जी से मन्नत की थी कि गोरक्ष पीठाधीश्वर यानी सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथ ही उसका अन्नप्राशन हो। उनकी ये मन्नत योगी ने पूरी कर दी।
विवेक की बेटी के अन्नप्राशन की कहानी भी कम विचित्र नहीं है। सीएम योगी सोमवार को मठ परिसर में जनता दर्शन कर रहे थे। वो सबसे मिलते हुए विवेक के पास पहुंचे। विवेक को सीएम पहचानते थे। उन्होंने समस्या पूछी। इस पर विवेक और उनकी पत्नी ने बेटी का अन्नप्राशन करने की गुजारिश की। इस पर सीएम योगी हंस दिए। उन्होंने विवेक की बेटी को गोद में लिया और दुलारा। विवेक घर से जो खीर बनवाकर लाए थे, उससे सीएम योगी ने बेटी का अन्नप्राशन किया और उसे आशीर्वाद दिया। विवेक के मुताबिक वो बेटी का नामकरण भी सीएम योगी से कराना चाहते हैं। आज वो ये बात कहना भूल गए।