
नई दिल्ली। समझ नहीं आता है कि आखिर क्यों ये लोग संविधान के प्रावधानों को महज अपनी सहूलियतों के हिसाब से उपयोग में लाते हैं। आखिर क्यों इन लोगों को संविधान की अनुसूचियां अपने बचाव के पक्ष में दलीलें पेश करते समय ही याद आती है। आखिर क्यों ये लोग हमेशा संविधान का इस्तेमाल खुद को डिफेंड करने के लिए करते हैं। उस वक्त इनका संवैधानिक ज्ञान कहां चला गया था, जब विरोध प्रदर्शन के नाम पर सरकारी संपत्तियों की क्षति पहुंचाई जा रही थी। कहां चला गया था कि इनका संवैधानिक ज्ञान जब ये लोग सुरक्षाबलों को निशाना बनाने पर आमादा हो गए थे। क्या उस वक्त इन लोगों ने संवैधानिक ज्ञान का हवाला देकर लोगों को हिंसा करने से रोकने की कोशिश नहीं की थी और अब जब हिंसा में संलिप्त दंगाइयों के खिलाफ कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो चुका है, तो इन लोगों को संवैधानिक ज्ञान याद आ रहा है। आज ओवैसी ने भी इस बारे में अपनी राय स्पष्ट करते हुए कहा कि क्या सीएम योगी इलाहबाद हाईकोर्ट के जज हो गए हैं, जो कि खुद ही आरोपियों को चिन्हित कर रहे हैं।
गौरतलब है कि उन्होंने उपरोक्त बयान जावेद पंप के बचाव में दिया था। अब इसी बीच खबर आई है कि जमीयत उलेमा ए हिंद ने सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है। बता दें कि मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने यूपी राज्य को निर्देश जारी करने के लिए एक आवेदन के साथ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया कि किसी भी आपराधिक कार्यवाही में किसी भी आरोपी की आवासीय / व्यावसायिक संपत्ति के खिलाफ अतिरिक्त कानूनी दंडात्मक उपाय के रूप में कानपुर जिले में कोई प्रारंभिक कार्रवाई नहीं की जाएगी।
Jamiat Ulema-e-Hind moves Supreme Court with an application seeking issuance of directions to State of UP that no precipitative action be taken in Kanpur Dist against the residential/commercial property of any accused in any criminal proceedings as extra-legal punitive measure. pic.twitter.com/fkzwQlZ6Rr
— ANI (@ANI) June 13, 2022
आपको बता दें कि मौजूदा वक्त में योगी सरकार की तरफ से हिंसा में संलिप्त आरोपियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इन दंगाइयों की संपत्ति कुर्क की जा रही है। इनके घरों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। जिसके मद्देनजर जमीयत उलेमा ए हिंद ने सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है। अब कोर्ट की तरफ से इस मसले को संज्ञान में लेने के उपरांत क्या कुछ फैसला लिया जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम छोटी-बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम