Communal Violence: हनुमानजी की मूर्ति स्थापित करने के मुद्दे पर मध्यप्रदेश के खंडवा में भिड़े दो समुदाय, पत्थरबाजी में अफसर समेत कई पुलिसकर्मी घायल

पुलिस के मुताबिक खंडवा के दुबे कॉलोनी इलाके के मुंशी चौक पर गणेश जाधव का घर है। गणेश की बहू ने मकान का एक हिस्सा शेख असगर को बेचा था। रविवार की रात कुछ युवक हनुमानजी की मूर्ति लेकर घर पहुंचे और स्थापित करने की कोशिश की। इसका दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध किया। इसके बाद बवाल शुरू हो गया।

Avatar Written by: February 13, 2023 7:25 am
khandwa communal violence main

खंडवा। मध्यप्रदेश के संवेदनशील खंडवा में रविवार को सांप्रदायिक माहौल खराब हुआ। यहां एक घर में हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित की जा रही थी। जिसका दूसरे संप्रदाय ने विरोध किया। मामला गरमाया और जमकर पत्थरबाजी हुई। पुलिस ने पहुंचकर हालात को संभालने की कोशिश की, लेकिन पथराव जारी रहा। पथराव में सीओ स्तर के अधिकारी और थानाध्यक्ष समेत कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। हालात खराब होते देखकर खंडवा के डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे। जिसके बाद हालात को काबू किया जा सका। फिलहाल इलाके में बड़ी तादाद में पुलिसबल तैनात किया गया है। आरोपियों की धरपकड़ की कोशिश जारी है।

khandwa communal violence 1

पुलिस के मुताबिक खंडवा के दुबे कॉलोनी इलाके के मुंशी चौक पर गणेश जाधव का घर है। गणेश की बहू ने मकान का एक हिस्सा शेख असगर को बेचा था। रविवार की रात कुछ युवक हनुमानजी की मूर्ति लेकर घर पहुंचे और स्थापित करने की कोशिश की। इसका दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध किया। दोनों पक्षों से तमाम लोग इकट्ठा हो गए और हंगामा शुरू हो गया। देखते ही देखते पथराव होने लगा। एक-दूसरे को निशाना बनाकर पत्थरों की बारिश होने लगी। जानकारी मिलने पर तीन थानों की फोर्स को मौके पर भेजा गया, लेकिन पुलिस भी पथराव का शिकार बन गई।

khandwa communal violence 2

एसपी विवेक सिंह ने बताया कि निजी प्रॉपर्टी में हनुमानजी की मूर्ति स्थापित करने की कोशिश पर बवाल हुआ। उन्होंने बताया कि पथराव में एसपी सिटी पूनमचंद यादव और कुछ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। एसपी के मुताबिक दोनों पक्षों के आरोपियों को पकड़ने की कोशिश है। अभी हालात कंट्रोल में है। विवेक सिंह के मुताबिक माहौल खराब करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि खंडवा काफी संवेदनशील माना जाता है और यहां पहले भी सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं हो चुकी हैं। मध्यप्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में हिंसा की घटनाओं को रोकने में पुलिस जुटी है।