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Rajya Sabha Polls: मुश्किलें हजार, कैसे लगे राज्यसभा चुनाव में नैया पार? कांग्रेस के संकट से चिंता में गांधी परिवार

राज्यसभा के लिए होने वाले चुनाव कांग्रेस आलाकमान यानी गांधी परिवार के लिए बड़ी मुसीबत बन गए हैं। एक तरफ उम्मीदवारों के नाम और टिकट न मिलने से नेता नाराज हैं। वहीं, बीजेपी ने भी महाराष्ट्र और राजस्थान में दांव खेल दिया है।

नई दिल्ली। राज्यसभा के लिए होने वाले चुनाव कांग्रेस आलाकमान यानी गांधी परिवार के लिए बड़ी मुसीबत बन गए हैं। एक तरफ उम्मीदवारों के नाम और टिकट न मिलने से नेता नाराज हैं। वहीं, बीजेपी ने भी महाराष्ट्र और राजस्थान में दांव खेल दिया है। झारखंड में कांग्रेस की मदद से सत्ता पर बैठी झारखंड मुक्ति मोर्चा JMM ने उसे राज्यसभा की सीट देने से इनकार कर दिया है। महाराष्ट्र की बात कर लेते हैं। यहां से बीजेपी ने पीयूष गोयल, डॉ. अनिल बोंडे के अलावा धनंजय महादिक को उम्मीदवार बनाया है। तीसरी सीट जिताने के लिए बीजेपी सारे घोड़े खोलने की यहां तैयारी कर रही है। कांग्रेस के तमाम नेता यूपी के शायर और प्रियंका गांधी के खास इमरान प्रतापगढ़ी को महाराष्ट्र से उम्मीदवार बनाए जाने से नाराज हैं।

Imran khan Pratapgarhi

राजस्थान में बीजेपी के गणित के हिसाब से 1 सीट पक्की थी। पहले उसने यहां घनश्याम तिवाड़ी को उम्मीदवार बनाया था। अब उसने निर्दलीय के तौर पर सुभाष चंद्रा को भी समर्थन देने का एलान कर मुकाबले को कांग्रेस के लिए दिक्कतों भरा बना दिया है। सुभाष चंद्रा जी ग्रुप के मालिक हैं। पहले भी वो 2016 में हरियाणा से राज्यसभा के सदस्य बने थे। कुल मिलाकर राजस्थान में अशोक गहलोत को तमाम विधायकों की नाराजगी को थामकर कांग्रेस के उम्मीदवारों को जीत दिलानी होगी। ये चैलेंज काफी बड़ा भी है और गांधी परिवार के सामने नाक बचाने के लिए जरूरी भी है। राजस्थान में अगले साल ही विधानसभा चुनाव होने हैं।

op rajbhar and akhilesh

यूपी में कांग्रेस के पास कुल 2 विधायक हैं, लेकिन उसने 3 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। उसे सपा से सेकेंड वोट पाने की उम्मीद है, लेकिन चर्चा इस बात की है कि खुद के प्रत्याशी को सपा का समर्थन न मिलने से सुभासपा चीफ ओमप्रकाश राजभर नाराज हैं। वो पिछले दिनों बीजेपी, मोदी और योगी की खूब तारीफ भी कर चुके हैं। अगर उनकी पार्टी के विधायक क्रॉस वोटिंग करते हैं, तो कांग्रेस के लिए यहां भी दिक्कतों का अंबार लग सकता है।