महबूबा मुफ्ती के विवादित बयान पर कांग्रेस का भाजपा पर प्रहार, कहा- बिहार चुनाव के वक्त रिहाई क्यों?
Mehbooba Mufti: इस बयान को लेकर जहां भाजपा(BJP) ने अपनी गहरी नाराजगी जताई है तो वहीं कांग्रेस(Congress) ने भाजपा को निशाने पर ले लिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी मुफ्ती के बयान पर सवाल उठाए हैं।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की वापसी और तिरंगे को लेकर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के बयान पर राजनीतिक संग्राम छिड़ चुका है। बता दें कि शुक्रवार को महबूबा मुफ्ती ने अनुच्छेद 370 को लेकर कहा कि, जब तक वह (केंद्र सरकार) हमारे हक (370) को वापस नहीं करते हैं, तब तक मुझे कोई भी चुनाव लड़ने में दिलचस्पी नहीं है। 370 को वापस लागू करने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि, जम्मू-कश्मीर में 370 को बहाल करने तक मेरा संघर्ष खत्म नहीं होगा। इसके अलावा महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के झंडे की ओर इशारा करते हुए कहा कि, “जिस वक्त हमारा ये झंडा वापस आएगा, हम उस (तिरंगा) झंडे को भी उठा लेंगे। मगर जब तक हमारा अपना झंडा, जिसे डाकुओं ने डाके में ले लिया है, तब तक हम किसी और झंडे को हाथ में नहीं उठाएंगे। वो झंडा हमारे आईन का हिस्सा है, हमारा झंडा तो ये है। उस झंडे से हमारा रिश्ता इस झंडे ने बनाया है।
इस बयान को लेकर जहां भाजपा ने अपनी गहरी नाराजगी जताई है तो वहीं कांग्रेस ने भाजपा को निशाने पर ले लिया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी मुफ्ती के बयान पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने मुफ्ती के बयान की टाइमिंग पर सवाल खड़े किए हैं। गौरतलब है कि इन दिनों बिहार में विधानसभा चुनावों के प्रचार तेज है और चुनावी रैलियों में कश्मीर की भी जमकर चर्चा हो रही है।
इसके अलावा सुरजेवाला ने अपने बयान में आगे कहा कि वह किसकी सहयोगी थीं? वह इस वक्त क्यों रिहा की गईं, जब चुनाव चल रहे हैं। यह एक समझौता है क्योंकि बीजेपी इन चुनावों में बिहार के बारे में बात करने के अलावा सब कुछ बोलेगी। इसके साथ ही सुरजेवाला ने महबूबा पर भी जमकर निशाना साधा। सुरजेवाला ने कहा कि उन्होंने (महबूबा मुफ्ती) हमेशा पाकिस्तान का शुक्रिया अदा किया है।
बता दें कि इससे पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता ने महबूबा मुफ्ती के बयान पर कहा, ‘वो जमाने चले गए जब दो झंडे हुआ करते थे। बीजेपी का वादा था, एक विधान, एक निशान, एक प्रधान और हमने सत्ता में आने पर उसे पूरा किया। ये लोग पता नहीं कौन से वहम में जी रहे हैं और इनको भी चाहिए कि उस झंडे (जम्मू-कश्मीर के झंडे) को उतार दें। पूरे भारत का एक ही झंडा है और वो है तिरंगा और उन्हें भी तिरंगे का सम्मान करना चाहिए।’