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Kamal Nath Resign: विधानसभा चुनाव में हुई कांग्रेस की दुर्गति से मची खलबली, अब कमलनाथ ने अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

Kamal Nath Resign: गत 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 230 में से 114सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि बीजेपी ने 104 सीटों पर जीत का परचम लहराया था, लेकिन सरकार गठन के दो साल बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के बगावती तेवर का फायदा उठाते हुए बीजेपी ने तत्कालीन कमलनाथ की सरकार गिरा दी थी।

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हुई करारी शिकस्त की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कलमनाथ ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। बता दें कि कमलनाथ मध्य प्रदेश के कांग्रेस के अध्य़क्ष पद पर विराजमान थे और यह चुनाव उन्हीं की अगुवाई में लड़ा गया था, लेकिन शायद कहीं कोई चूक रह गई, जिसकी वजह से पार्टी को सियासी मैदान में हार का मुंह देखना पड़ा।

कैसा रहा है कांग्रेस का प्रदर्शन

वहीं, बात अगर कांग्रेस के प्रदर्शन की करें, तो पार्टी की झोली में प्रदेश की 230 में से 65 सीटों पर जीत हासिल हुई है, जबकि बीजेपी ने अभूतपूर्व प्रदर्श करते हुए 163 सीटों पर जीत का परचम लहराया है। उधर, सूबे के इस सियासी दंगल में सपा और बसपा ने भी हाथ आजमाया था, लेकिन दोनों ही दलों को हार का मुंह देखना पड़ा। बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस और सपा के बीच विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीट बंटवारे को लेकर तकरार भी हुई थी। तब कांग्रेस ने स्पष्ट कर दिया था कि इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इसका विधानसभा चुनाव से कोई लेना देना नहीं है, जिस पर अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उन्होंने दो टूक कहा था कि जब कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में आने की नौबत आएगी, तो हम भी उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे। वहीं, अखिलेश के इस बयान को लेकर जब मीडियाकर्मियों ने कमलनाथ से सवाल किया, तो उन्होंने यह कहते हुए किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया कि अजी छोड़िए अखिलेश वखिलेश। जिस पर सपा प्रमुख ने नाराजगी व्यक्त की थी। वहीं, बीजेपी ने इसे मुद्दा बनाने से गुरेज नहीं किया। शायद यही मुद्दे मध्य प्रदेश चुनाव में कांग्रेस के हार की वजह बनें।

कैसा रहा था 2018 में कांग्रेस का प्रदर्शन

वहीं, गत 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 230 में से 114सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि बीजेपी ने 104 सीटों पर जीत का परचम लहराया था, लेकिन सरकार गठन के दो साल बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के बगावती तेवर का फायदा उठाते हुए बीजेपी ने तत्कालीन कमलनाथ की सरकार गिरा दी थी। जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री पद पर काबिज हुए। वहीं, इस बार भी विधानसभा चुनाव में बीजेपी का डंका बजा है। अब ऐसे में सूबे की सियासी स्थिति कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

कौन बनेगा मध्य प्रदेश का सीएम

उधर, मध्य प्रदेश में बीजेपी की जीत के बाद लोगों के जेहन में यही सवाल उठ रहा होगा कि आखिर पार्टी मुख्यमंत्री के रूप में किसकी ताजपोशी करती है। हालांकि, अभी तक इस संदर्भ में कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन आपको बता दें कि बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने यहकर कि कल मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान किया जा सकता है कि कहकर सभी की दिल की धड़कनें तेज कर दी हैं।