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Corona Cases In India: सावधान!, देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मरीज; जानिए कहां किस सरकार ने क्या नियम किया लागू

कोरोना से सावधानी बरतने का वक्त आ गया है! देश में कोविड यानी कोरोना ने एक बार फिर डर का माहौल पैदा कर दिया है। बुधवार को देश में 614 नए कोरोना मरीज मिले। ये संख्या 21 मई के बाद से सबसे ज्यादा हैं। तमाम राज्य सरकारों ने इसके बाद प्रसार रोकने के लिए नियमों को लागू किया है।

नई दिल्ली। कोरोना से सावधानी बरतने का वक्त आ गया है! देश में कोविड यानी कोरोना ने एक बार फिर डर का माहौल पैदा कर दिया है। बुधवार को देश में 614 नए कोरोना मरीज मिले। ये संख्या 21 मई के बाद से सबसे ज्यादा हैं। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखकर तमाम राज्य सरकारों ने ऐहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज केरल में हैं। इसके अलावा गोवा, महाराष्ट्र और अब यूपी में भी कोरोना के मरीज देखने को मिल रहे हैं। कोरोना के एक्टिव केस बुधवार को 2311 तक पहुंच गए। वहीं, 3 मरीजों की मौत होने से इस महामारी के कारण मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 533321 हो गई है। गोवा, केरल और महाराष्ट्र में कोरोना का जेएन.1 वैरिएंट मरीजों में मिला है। यूपी के गाजियाबाद में भी 8 महीने बाद कोरोना का मरीज मिला।

Corona

कोरोना के पैर पसारने को देखते हुए कर्नाटक ने पहले ही बुजुर्गों के लिए मास्क जरूरी किया था। अब चंडीगढ़ प्रशासन ने भी भीड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना जरूरी कर दिया है। अस्पताल जाने वाले मरीज और उनके तीमारदारों को भी मास्क पहनना होगा। इसके अलावा बुखार, जुकाम और सांस लेने में तकलीफ होने पर तुरंत डॉक्टरी सलाह लेने की हिदायत भी चंडीगढ़ प्रशासन ने दी है। दिल्ली में बुधवार को कोरोना के 3 नए मरीज मिले। जिसके बाद सरकार ने कोरोना से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि अभी डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। राजस्थान में बुधवार को कोरोना के 2 मरीज मिले। इसके बाद सरकार ने सभी से सतर्क रहने के लिए कहा है।

कर्नाटक में एक व्यक्ति की मौत का कारण कोरोना है या नहीं, इसकी पड़ताल वहां की सरकार कर रही है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडुराव ने कहा है कि हर रोज 5000 टेस्ट करने का फैसला किया गया है। वहीं, हरियाणा सरकार ने भी फैसला किया है कि वो सांस की बीमारी और कोरोना के लक्षण वाले लोगों का आरटी-पीसीआर टेस्ट कराएगी। दरअसल, कोरोना के जिस जेएन.1 वैरिएंट ने भारत में दस्तक दी है, उसने सिंगापुर, अमेरिका और चीन में हजारों लोगों को बीमार किया है। इसे ओमिक्रॉन वैरिएंट से ज्यादा और डेल्टा वैरिएंट से कम खतरनाक बताया जा रहा है।