मैनपुरी। यूपी में बुधवार को 9 विधानसभा सीटों के उप चुनाव के लिए वोटिंग हुई। इनमें मैनपुरी की करहल सीट भी है। करहल विधानसभा सीट पर उप चुनाव के दौरान एक दलित युवती की हत्या हुई। दलित युवती के घरवालों ने हत्या का आरोप समाजवादी पार्टी के लोगों पर लगाया है। युवती के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी ने समाजवादी पार्टी की जगह बीजेपी को वोट देने की बात कही थी। जिसके बाद समाजवादी पार्टी के लोगों ने उसकी जान ले ली। इस मामले ने बीजेपी को अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के खिलाफ मुद्दा दे दिया। बीजेपी ने कहा कि सपा का नारा- साइकिल को नहीं देंगे वोट, तो गला देंगे घोंट। बीजेपी ने कहा कि करहल में दलित बेटी की सपाई ने निर्मम हत्या की।
जनपद मैनपुरी की विधानसभा करहल में सपाई प्रशांत यादव व उसके साथियों ने मिलकर एक दलित बेटी की नृशंस हत्या कर दी। हत्या सिर्फ इसलिए कि दलित बेटी ने साइकिल पर वोट देने से मना कर दिया था।
मतदान करने से पहले एक पिता की असहनीय पीड़ा आप भी जरूर सुनें…#लाल_टोपी_काले_कारनामे pic.twitter.com/WXO5myOuA7
— Bhupendra Singh Chaudhary (@Bhupendraupbjp) November 20, 2024
करहल में दलित युवती की हत्या का मामला बीजेपी ने जोरशोर से उठाया है। ऐन वोटिंग से पहले हुई हत्या के मुद्दे को यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने अपने एक्स अकाउंट के जरिए उठाया। यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने एक्स पर लिखा कि करहल में सपाई प्रशांत यादव ने साथियों के साथ मिलकर दलित बेटी की हत्या कर दी। सिर्फ इस वजह से कि उसने साइकिल पर वोट देने से मना कर दिया था। भूपेंद्र चौधरी ने एक और ट्वीट कर इस मामले में समाजवादी पार्टी का नाम लिया। उन्होंने दलित बेटी के साथ मौत का भयंकर खेल भी बताया। दोनों अलग-अलग एक्स पोस्ट में भूपेंद्र चौधरी ने जान गंवाने वाली दलित युवती के पिता और मां के बयानों का वीडियो भी जारी किया।
मानवता को पुनः शर्मसार करते सपाई गुंडे!
करहल में भाजपा सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित एक दलित बेटी की सपाई प्रशांत यादव और उसके साथियों ने निर्मम हत्या कर दी। दलित बेटी के साथ मौत का भयंकर खेल इसलिए खेला गया क्योंकि उसने भाजपा को वोट देने की बात कही थी।
प्रदेश की… pic.twitter.com/TBWu9D0gjw— Bhupendra Singh Chaudhary (@Bhupendraupbjp) November 20, 2024
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि यूपी की जनता ने इनके इसी गुंडई और दबंगई की वजह से इन्हें (समाजवादी पार्टी को) सत्ता से कोसों दूर रखा है। बता दें कि यूपी की विधानसभा सीटों के उप चुनाव के प्रचार के दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी समाजवादी पार्टी के खिलाफ नारा दिया था। योगी आदित्यनाथ ने कहा था, ‘जहां दिखे सपाई वहां बेटी घबराई’। यूपी में साल 2017 में जब विधानसभा चुनाव हुए थे, तब बीजेपी ने अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी की सत्ता के दौरान कानून और व्यवस्था की बिगड़ी हालत और महिलाओं के रेप के मुद्दे उठाए थे और चुनाव जीता था। 2022 में भी विधानसभा चुनाव के वक्त योगी आदित्यनाथ ने यूपी की जनता से कहा था कि वो समाजवादी पार्टी को सत्ता न सौंपे, ताकि वैसे ही पुराने अपराध वाले दिन वापस न आएं। हालांकि, इस साल हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ लेकर समाजवादी पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। समाजवादी पार्टी को लोकसभा चुनाव में यूपी की 37 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि, बीजेपी को 33 सीटें ही हासिल हुई थीं।