नई दिल्ली। कोरोना वायरस की चपेट में बुरी तरह आ चुकी दिल्ली की भविष्य की तस्वीर और भयानक होनेवाली है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के मुताबिक, दिल्ली में 31 जुलाई तक साढ़े पांच लाख केस हो सकते हैं। फिलहाल दिल्ली में 12.6 दिन में कोरोना केस डबल हो रहे हैं।
सिसोदिया ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार मानती है फिलहाल दिल्ली में कम्यूनिटी स्प्रेड नहीं हो रहा है। जबकि दिल्ली सरकार को लगता है कि ऐसा शुरू हो चुका है। सिसोदिया ने यह बात एसडीएमए (स्टेट डिजॉस्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी) की बैठक के बाद कही। इसमें उपराज्यपाल अनिल बैजल भी शामिल थे।
प्रगति मैदान सहित दिल्ली के कुछ स्टेडियम अस्थाई अस्पताल में तब्दील करने का सुझाव
दिल्ली सरकार की कमेटी ने दिल्ली में अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने के लिए प्रगति मैदान सहित दिल्ली के कुछ स्टेडियम को अस्थाई अस्पताल में तब्दील करने का सुझाव दिया है। कमेटी के अनुसार, कोरोना संक्रमण का शिकार हुए मरीजों के इलाज के लिए दिल्ली में स्थिति छह स्टेडियम और व्यापारिक केंद्र को अस्थाई अस्पताल में तब्दील किया जा सकता है।
दिल्ली के उपराज्यपाल कार्यालय के अनुसार, जिन व्यापारिक केंद्र और स्टेडियम को अस्थाई अस्पताल में तब्दील करने का प्रस्ताव आया है, उसमें प्रगति मैदान, तालकटोरा इनडोर स्टेडियम, त्यागराज इनडोर स्टेडियम, इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम और ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम शामिल हैं। कमेटी का सुझाव है कि ज़रूरत पड़ने पर इन परिसरों को मेक-शिफ्ट यानी काम चलाऊ हॉस्पिटल में तब्दील किया जा सकता है। वहीं, कमेटी के सुझाव पर अमल करते हुए दिल्ली सरकार ने डिविजनल कमिश्नर की अध्यक्षता में इस कमेटी को दिल्ली में अतिरिक्त बेड की संभावना तलाशने को कहा है।