दिल्ली चुनाव के नतीजों के बाद मनोज तिवारी ने की इस्तीफे की पेशकश, पार्टी से मिला ये जवाब
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में आम आदमी पार्टी को 62 और भारतीय जनता पार्टी को 8 सीटें मिली हैं। वहीं पिछले विधानसभा चुनाव में आप को 67 सीट और भाजपा को 3 सीटें मिली थीं।
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद दिल्ली के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी इसकी जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी आलाकमान को इस्तीफे की पेशकश की है। बता दें कि चुनाव नतीजों को देखते हुए मनोज तिवारी ने 11 फरवरी को अपने ट्वीट में कहा था कि, “दिल्ली के सभी मतदाताओं का धन्यवाद। सभी कार्यकर्ताओ को उनके कठिन परिश्रम के लिए साधुवाद…दिल्ली की जनता का जनादेश सिर माथे पे..अरविंद केजरीवाल जी को बहुत बहुत बधाई।”
इसके बाद मनोज तिवारी ने 12 फरवरी को पार्टी आलाकमान को अपना इस्तीफा देने की पेशकश की। जिसके बाद पार्टी की तरफ उनके इस इस्तीफे को ठुकरा दिया गया और मनोज तिवारी को पद पर बने रहने के लिए कहा है। बता दें कि मनोज तिवारी ने दिल्ली में 48 सीटें जीतने का दावा किया था, लेकिन बीजेपी को महज 8 सीटें मिली हैं।
सूत्रों की माने तो बीजेपी आलाकमान ने मनोज तिवारी के इस्तीफे की पेशकश को इसलिए ठुकरा दिया, क्योंकि दिल्ली में विधानसभा चुनाव के चलते बीजेपी के संगठन के चुनाव को टाला गया था। अब संगठन चुनाव के बाद नए प्रदेश की नियुक्ति होगी। हार के बाद ही मनोज तिवारी ने जिम्मेदारी ली थी और कहा था कि मेरा सीना तैयार है।
बता दें कि से दिल्ली में मिली हार से भाजपा का शीर्ष नेतृत्व सकते में है। पूरे दमखम और केंद्रीय नेतृत्व की पूरी फौज चुनावी समर में झोंकने के बावजूद भाजपा को महज 8 सीटों पर जीत मिली। पार्टी की करारी हार के बाद अब भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हार की समीक्षा के लिए बुधवार शाम 5 बजे महासचिवों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे।
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में आम आदमी पार्टी को 62 और भारतीय जनता पार्टी को 8 सीटें मिली हैं। वहीं पिछले विधानसभा चुनाव में आप को 67 सीट और भाजपा को 3 सीटें मिली थीं। कांग्रेस की बात करें तो 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का खाता नहीं खुला।