नई दिल्ली। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन को आज 73 दिन हो गए हैं। ऐसे में दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसानों ने मोर्चा थामा हुआ है। बता दें कि बीती रात दिल्ली-हरियाणा के टिकरी बॉर्डर पर एक किसान ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। किसान का नाम कर्मबीर है। जिन्होंने मरने से पहले एक सुसाइड नोट में लिखा कि वो केंद्र सरकार के खराब रवैये से परेशान हैं। कर्मबीर ने सुसाइड नोट में लिखा है कि- भारतीय किसान यूनियन जिन्दाबाद। प्यारे किसान भाइयों ये मोदी सरकार तारीख पर तारीख देता जा रहा है इसका कोई अंदाजा नहीं कि ये काले कानून कब रद्द होंगे। जब तक ये काले कानून रद्द नहीं होंगे तब तक हम यहां से नहीं जाएंगे। वहीं कर्मबीर के बारे में जानकारी मिली है कि, वो 52 साल के थे और हरियाणा के जींद जिला के सिंघवाल गांव के रहने वाले थे।
कर्मबीर अपने गांव से बीती रात ही टिकरी बॉर्डर पहुंचे थे। उनकी तीन बेटियां हैं और एक बेटी की शादी हो चुकी है। बहरहाल, किसान का शव फंदे से निकाल कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही टिकरी बॉर्डर पर किसान जय भगवान ने जहर खा लिया था। किसान को गंभीर हालत में संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया था जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जय भगवान ने जहर खाने से पहले देशवासियों के नाम एक पत्र लिखा था।