नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) वी.के. सक्सेना ने दिल्ली के गृह और परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को स्वतंत्रता दिवस पर छत्रसाल स्टेडियम में तिरंगा फहराने के लिए नामित किया है। इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तिरंगा फहराने के लिए कैबिनेट मंत्री आतिशी को नामित किया था लेकिन सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) ने नियमों का हवाला देते हुए आतिशी के झंडारोहण करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि दिल्ली के उपराज्यपाल दिल्ली के किसी भी मंत्री को झंडा फहराने के लिए नामित कर सकते हैं। इसके बाद दिल्ली के उपराज्यपाल ने आम आदमी सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत को तिरंगा फहराने के लिए नामित किया है।
इससे पहले कल ही दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात करने तिहाड़ जेल पहुंचे थे। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद गोपाल राय ने सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) को इस संबंध में सीएम की तरफ से आदेश जारी किया था। मुख्ममंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसी मामले को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक लेटर भी लिखा था जिसमें उन्होंने कहा था कि मेरी अनुपस्थिति में इस बार छत्रसाल स्टेडियम में दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी झंडा फहराएंगी।
Watch: Delhi BJP President Virendra Sachdeva says, “It is Delhi’s misfortune that the city is governed by a Naxal-leaning ideology that creates controversies during every national festival. The Chief Minister has previously staged a protest on January 26. Now, on August 15, the… pic.twitter.com/7JkgXX8dfu
— IANS (@ians_india) August 13, 2024
उधर, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इस मामले पर केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा, यह दिल्ली का दुर्भाग्य है कि यहां ऐसी नक्सलवादी विचारधारा वाली सरकार है जो हर राष्ट्रीय त्योहार पर विवाद खड़ा करती है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले 26 जनवरी को धरना दिया था। अब 15 अगस्त को मुख्यमंत्री को झंडा फहराना चाहिए, लेकिन वह जेल में हैं। उनकी जगह कोई और मंत्री झंडा फहराएगा। इससे बेहतर है मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस्तीफा दे दें। वह जेल से संदेश भेज सकते हैं लेकिन अपना इस्तीफा नहीं भेज सकते? इस्तीफा देकर नए मुख्यमंत्री का चयन करें ताकि वो राष्ट्रीय पर्व पर झंडा फहरा सकें।