
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल की तरफ से मारपीट का आरोप लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए दिन और रात एक कर रही है। दिल्ली पुलिस ने फॉरेंसिक साइंस लैब के कर्मचारियों के साथ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास में शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे तक जांच की। इस दौरान दिल्ली पुलिस स्वाति मालीवाल को सीएम आवास ले गई और वहां घटना का रिक्रिएशन कराया। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज भी हासिल किया। स्वाति मालीवाल ने सीएम अरविंद केजरीवाल के ड्रॉइंग रूम में कब और कहां क्या हुआ था, ये भी रिक्रिएशन के दौरान बताया।

वहीं, स्वाति मालीवाल की तरफ से मारपीट के आरोपी बनाए गए विभव कुमार ने भी दिल्ली पुलिस को सांसद के खिलाफ क्रॉस कम्प्लेंट दी है। अपनी शिकायत में अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार ने दावा किया है कि स्वाति मालीवाल बिना अग्रिम मंजूरी के सीएम आवास पहुंची थीं। विभव कुमार के अनुसार वो उस वक्त नहीं थे, लेकिन जानकारी होने पर पहुंचे। विभव कुमार ने दावा किया है कि उन्होंने स्वाति मालीवाल से कोई बदसलूकी नहीं की। बल्कि, स्वाति मालीवाल ने उनको फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी। विभव कुमार की तरफ से मिली शिकायत के बाद पुलिस दोनों ही पक्षों के दावे की हकीकत जानने में जुटी है। इसमें सीसीटीवी फुटेज का बड़ा रोल होने जा रहा है।
Written Compliant submitted by email by Shri Bibhav Kumar against Ms Swati Maliwal to SHO Civil Lines on 17.05.2024 pic.twitter.com/vCL4LlRKOO
— AAP (@AamAadmiParty) May 17, 2024
स्वाति मालीवाल ने 13 मई को शिकायत की थी कि विभव कुमार ने उनसे मारपीट की। 14 मई को आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके माना था कि स्वाति से बदसलूकी हुई। संजय सिंह ने तब कहा था कि सीएम अरविंद केजरीवाल के संज्ञान में मामला है और इस पर वो सख्त कार्रवाई करेंगे। इसके बाद अरविंद केजरीवाल जब लखनऊ गए, तो विभव कुमार साथ दिखे। इसके बाद ही स्वाति मालीवाल ने पुलिस में लिखित शिकायत दी। फिर शुक्रवार को एक वीडियो सामने आया, जिसमें स्वाति मालीवाल सीएम आवास में अरविंद केजरीवाल के सुरक्षा स्टाफ से बात करती दिखी थीं। आम आदमी पार्टी की नेता और केजरीवाल सरकार में मंत्री आतिशी ने इसके बाद आरोप लगाया कि बीजेपी के इशारे पर स्वाति मालीवाल ने अरविंद केजरीवाल को फंसाने की कोशिश की, लेकिन तब सीएम घर पर नहीं थे और इस वजह से विभव कुमार को उन्होंने फंसाया है।