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PM Modi’s Popularity: अदानी मसले से पीएम मोदी की छवि को नुकसान हुआ? जानिए क्या कहते हैं सर्वे के नतीजे

अदानी का मसला आजकल गरमाया हुआ है। संसद में विपक्षी दल लगातार इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि अदानी को मोदी ने मदद पहुंचाई। जिसकी वजह से गौतम अदानी की कंपनियां 2014 के बाद से फली-फूलीं और अदानी ग्रुप 12000 करोड़ का व्यापारिक साम्राज्य बना सका।

नई दिल्ली। अदानी का मसला आजकल गरमाया हुआ है। संसद में विपक्षी दल लगातार इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि अदानी को मोदी ने मदद पहुंचाई। जिसकी वजह से गौतम अदानी की कंपनियां 2014 के बाद से फली-फूलीं और अदानी ग्रुप 12000 करोड़ का व्यापारिक साम्राज्य बना सका। बीजेपी ने विपक्ष के इस हमले पर पलटवार करते हुए बताया है कि कैसे कांग्रेस के शासन के दौरान और अब भी गौतम अदानी की कंपनियों को विपक्षी राज्य सरकारें प्रोजेक्ट दे रही हैं। ये तो बात हुई अदानी मामले में सत्ता पर बैठी बीजेपी और विपक्ष की। अब ये भी देखना जरूरी है कि क्या विपक्ष के अदानी मुद्दा उछालने से पीएम नरेंद्र मोदी की छवि को नुकसान पहुंचा है? तो चलिए ये भी देख लेते हैं।

Gautam Adani

अदानी मामला उछलने के बाद सी-वोटर ने एक सर्वे कराया है। इस सर्वे में पीएम मोदी की रेटिंग के लिए लोगों से राय ली गई। इस सर्वे के जो नतीजे सामने आए हैं, उससे मोदी का विरोध कर रहे विपक्षी दलों और खासकर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। सर्वे के मुताबिक पीएम मोदी को पसंद करने वाले लोगों की संख्या कतई कम नहीं हुई है। वो अब भी राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी नेताओं से कहीं आगे हैं।

pm modi

इंडिया टुडे मैगजीन के लिए सी-वोटर की तरफ से बीती 5 फरवरी तक ये सर्वे किया गया। सर्वे के नतीजों के अनुसार करीब 50 फीसदी लोगों ने मोदी के कामकाज से बहुत संतुष्टि जताई। वहीं, 30 फीसदी ने कहा कि वे कुछ हद तक संतुष्ट हैं। यानी मोदी को पसंद करने वालों की संख्या अदानी मामला उछलने के बाद भी काफी ज्यादा है। इस साल जनवरी में सी-वोटर के सर्वे में 72 फीसदी लोगों ने मोदी को पसंदीदा बताया था। जबकि, 2021 के अगस्त में मोदी को सर्वे में पसंद करने वाले लोग 66 फीसदी थे।