मुंबई। पहले एकनाथ शिंदे के गुट ने अलग होकर शिवसेना का नाम और तीर-कमान का चुनाव चिन्ह उद्धव ठाकरे से छीन लिया। अब उद्धव के गुट के ही एक विधायक उनके खिलाफ बागी तेवर अपनाते दिख रहे हैं। मामला बारसू में रिफायनरी का है। उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र का सीएम रहते बारसू में रिफायनरी लगाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी भी लिखी थी, लेकिन अब वो और उनके करीबी राज्यसभा सांसद संजय राउत इसके विरोध में खड़े हैं। उद्धव और संजय राउत की इसी उलटबांसी के खिलाफ उनके गुट के विधायक राजन सालवी नाराजगी सामने आई है। इससे उद्धव के लिए दिक्कत हो सकती है।
राजन सालवी कोंकण के राजापुर से विधायक हैं। उन्होंने मीडिया से कहा कि अगर बारसू में रिफायनरी लगेगी, तो स्थानीय लोगों को उसमें रोजगार मिलेगा। सालवी ने कहा कि कोंकण इलाके के ज्यादातर युवा रोजगार के लिए मुंबई में रहते हैं। अगर ये प्रोजेक्ट लगा, तो उनको बाहर नहीं जाना होगा। राजन सालवी ने कहा कि वो बारसू रिफायनरी प्रोजेक्ट का समर्थन करते हैं। खास बात ये है कि उद्धव, उनके बेटे आदित्य और संजय राउत इस रिफायनरी प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं। वे प्रोजेक्ट रुकवाने की मांग कर रहे हैं। वहीं, अपने ही गुट के राजन सालवी के विरोध के कारण अब उद्धव गुट में नई रार मचने के आसार दिख रहे हैं।
उद्धव गुट के सांसद संजय राउत भी कह रहे हैं कि अगर बारसू की जनता विरोध करेगी, तो हम भी उनका साथ देंगे। पहले ये रिफायनरी नानर में लगनी थी। वहां की जनता ने विरोध किया। जिसके बाद प्रोजेक्ट को बारसू में शिफ्ट करने का फैसला उद्धव ठाकरे की सरकार ने ही किया था। अब बारसू में प्रोजेक्ट का भी विरोध हो रहा है और उद्धव, आदित्य और राउत सरकार के पुराने फैसले से उलट बातें कह रहे हैं।