नई दिल्ली। इस वक्त कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के एक बयान पर खूब बवाल मचा हुआ है। दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद ना सिर्फ वो खुद विवादों में आ गए हैं बल्कि उनकी वजह से कांग्रेस पार्टी भी विरोधी दलों के निशाने पर है। दरअसल, दिग्विजय सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए थे। सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा था कि सरकार के पास उसका कोई प्रमाण नहीं है, सरकार झूठ बोलकर ये कह रही थी कि सर्जिकल स्ट्राइक की गई।
दिग्विजय सिंह के इस बयान के सामने आने के बाद से ही विवाद गरमाया हुआ है। यहां तक कि कांग्रेस भी भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर आ गई है। खुद को निशाने पर आते देख कांग्रेस पार्टी ने भी अपना पल्ला झाड़ते हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर दिग्विजय के बयान को उनका निजी बता दिया था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्विटर पर दिग्विजय सिंह के बयान को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि ये उनके अपने विचार हैं। कांग्रेस ने हमेशा राष्ट्रहित में की गई सैन्य कार्यवाही का समर्थन किया है और हमेशा करता रहेगा।
अब लगता है पार्टी का साथ छूटने के बाद दिग्विजय सिंह को भी अपनी गलती का एहसास हो गया है। अपने सर्जिकल स्ट्राइक वाले बयान से यू टर्न लेते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा है कि सुरक्षाबलों के लिए उनके मन में काफी सम्मान है।
क्या कहा था सर्जिकल स्ट्राइक पर दिग्विजय सिंह ने ?
जम्मू कश्मीर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि था कि सर्जिकल स्ट्राइक की वो (केंद्र सरकार) लोग बात करते हैं। उन्होंने इतने लोगों को हमले में मार गिराया लेकिन इसके कोई सबूत अभी तक सामने नहीं आए हैं। केंद्र सरकार झूठ के सहारे सत्ता पर है।
पुलवामा को आतंकवाद का केंद्र बताते हुए आगे दिग्विजय सिंह ने कहा कि इलाके में हर वाहन की जांच होती है लेकिन उस खास दिन स्कॉर्पियो कार की जांच किस वजह से नहीं की गई। एक वाहन गलत दिशा से आगे बढ़ता है लेकिन उसकी जांच नहीं की जाती। एक घटना में हमारे 40 सीआरपीएफ के जवानों की शहादत हो जाती है लेकिन इस घटना से जुड़ी कोई भी जानकारी ना तो संसद में दी गई और ना ही लोगों को…