भुवनेश्वर। अपनी पार्टी जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह समेत बिहार के सीएम नीतीश कुमार मंगलवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर पहुंचे थे। वो ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) के अध्यक्ष और सीएम नवीन पटनायक से मिले। नवीन पटनायक और नीतीश कुमार के बीच बंद कमरे में बातचीत भी हुई। सबको यही लग रहा था कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्ष के गठबंधन की जिस राह पर नीतीश कुमार निकले हैं, उसी बारे में नवीन पटनायक से मिलने गए होंगे, लेकिन बैठक के बाद नवीन पटनायक ने ऐसे कयासों को हवा में उड़ा दिया। नीतीश कुमार भी सिर्फ मुलाकात की बात कहते दिखे।
नवीन पटनायक और नीतीश कुमार बैठक करने के बाद मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान विपक्षी गठबंधन के बारे में पूछे गए एक सवाल पर नवीन पटनायक ने साफ कह दिया कि इस बारे में नीतीश से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई है। वहीं, नीतीश कुमार हंस-हंसकर कहते दिखे कि नवीन पटनायक से भी उनके रिश्ते हैं और उनके पिता स्वर्गीय बीजू पटनायक से भी थे। नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना की वजह से काफी दिन से मुलाकात नहीं हो रही थी। इसी वजह से मिलने आए थे। अब बैठक के बाद जिस तरह से नवीन पटनायक और नीतीश के बयान आए, उससे लग रहा है कि बीजेडी ने विपक्ष के गठबंधन से फिलहाल खुद को दूर रखने का फैसला किया है।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इनके (नवीन पटनायक) पिता जी से संबंध था और उसके बाद इनसे भी है। कोरोना के बाद नहीं आ पाए, इच्छा थी कि मिल लें। वहीं पटनायक ने कहा कि आज किसी गठबंधन को लेकर चर्चा नहीं हुई।#NitishKumar #NaveenPatnaik #BiharNews pic.twitter.com/LvhhqH9Ocg
— Bihar Tak (@BiharTakChannel) May 9, 2023
बीजेडी की बात करें, तो अब तक उसने बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों मसलन कांग्रेस वगैरा से हमेशा दूरी बनाकर रखी है। कई मामलों में बीजेडी के सांसदों ने मोदी सरकार के पक्ष में राज्यसभा में वोट भी दिया। नवीन पटनायक की गिनती देश के बेहतरीन सीएम में होती है। वो बयानबाजी करते नहीं दिखते और काम में लगे रहते हैं। ओडिशा के लोग उनको काफी पसंद भी करते हैं। फिलहाल ओडिशा से विपक्षी एकता की कोशिश को पलीता लगता दिख रहा है। हालांकि, सियासत में कब क्या हो कहा नहीं जा सकता।