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Amit Shah At 22nd Investiture Ceremony Of BSF : भूलना मत, कैसे…अमित शाह ने बांग्लादेश को याद दिलाई उसके निर्माण में बीएसएफ की भूमिका

Amit Shah At 22nd Investiture Ceremony Of BSF : सीमा सुरक्षा बल के 22वें अलंकरण समारोह के अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने इस बात को उजागर कर दिया है कि भारत में आतंकवाद पूरी तरह से पाकिस्तान प्रायोजित है। पूरी दुनिया ने देखा कि उनके सैन्य अधिकारी ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकियों के जनाजे में शामिल हुए।

नई दिल्ली। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 22वें अलंकरण समारोह के अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बांग्लादेश की बात करते हुए उसे याद दिलाया कि उसका निर्माण कैसे हुआ था। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश को अपने निर्माण में बीएसएफ की बड़ी भूमिका को नहीं भूलना चाहिए। बीएसएफ इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे देशभक्ति के दम पर सभी मुश्किलों को पार किया जा सकता है और दुनिया की सबसे बेहतरीन फोर्स बना सकता है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने इस बात को उजागर कर दिया है कि भारत में आतंकवाद पूरी तरह से पाकिस्तान प्रायोजित है।

गृह मंत्री अमित शाह बोले, ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद की घटनाओं के बाद, पाकिस्तान ने अब भारत में आतंकवाद को प्रायोजित करने की अपनी नीति को पूरी तरह से उजागर कर दिया है क्योंकि जब पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला हुआ, तो उनकी सेना ने जवाबी कार्रवाई की। पूरी दुनिया ने देखा कि उनके सैन्य अधिकारी ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकियों के जनाजे में शामिल हुए। केंद्रीय गृह मंत्री ने बीएसएफ की प्रशंसा में कहा, जब यह निर्णय लिया गया कि एक सीमा पर एक ही बल सुरक्षा प्रदान करेगा, तो बीएसएफ को दो सबसे कठिन सीमाएं  पाकिस्तान और बांग्लादेश की दी गई और वो आपकी योग्याताओं को देखकर ही दी गई है जिसको आपने बहुत अच्छी तरह से सुरक्षित किया है। शाह ने कहा, आज अलंकरण समारोह एक तरह से ऐसे समय में हुआ है जब बीएसएफ और सेना ने पूरी दुनिया के सामने शौर्य का उदाहरण प्रस्तुत किया है। जब हमारे प्रधानमंत्री की दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति, हमारी खुफिया एजेंसियों की सटीक जानकारी और सेना की मारक क्षमता का अद्भुत प्रदर्शन एक साथ मिलता है तब ऑपरेशन सिंदूर तब बनता है।

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, हमारा देश कई दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का सामना कर रहा है। पाकिस्तान ने कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया, लेकिन हमने उसे उचित जवाब नहीं दिया गया। 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार बनी और पहला बड़ा हमला उरी में हमारे सैनिकों पर हुआ, उन्हें जिंदा जलाने का दुस्साहस किया और हमने उरी के तुरंत बाद सर्जिकल स्ट्राइक करके पहली बार आतंकवादियों के ठिकानों में घुसकर उन्हें मुंहतोड़ जवाब देने का काम किया। उसके बाद पुलवामा हमला हुआ, सीआरपीएफ के जवानों को मार दिया गया। जिसके जवाब में हमने एयर स्ट्राइक की। अब पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों को उनका धर्म पूछकर मार दिया गया। ऑपरेशन सिंदूर इसका जवाब था। इसके लिए दुनिया हमारी सराहना कर रही है। मैं सेना को सलाम करता हूं।