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Ramesh Bidhuri: रमेश बिधूड़ी की बदजुबानी के दौरान जमकर ठहाके लगा रहे थे डॉ हर्षवर्धन? अब अपनी सफाई में कही ये बात

वहीं, इस बीच लोकसभा टीवी की स्क्रीन पर बिधूड़ी की बदजुबानी के दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन और केंद्रीय मंत्री डॉ रविशंकर प्रसाद हंसते हुए नजर आ रहे हैं, जिसे लेकर अभी सोशल मीडिया पर अभी जमकर गुस्सा देखने को मिल रहा है, जिसे देखते हुए डॉ हर्षवर्धन ने अब ट्विटर पर सफाई दी है। आइए, आगे आपको विस्तार से बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।

नई दिल्ली। बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के विवादित बयान को लेकर आज देशभर में आक्रोश देखने को मिल रहा है। यहां तक कि राजनाथ सिंह को भी बिधूड़ी के बेहुदे बयान को लेकर संसद में माफी मांगनी पड़ी। वहीं, विपक्ष ने बीजेपी से बिधूड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। बता दें कि लोकसभा में चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा के दौरान बिधूड़ी ने बीएसपी सांसद दानिश अली को अपशब्द कह दिए थे। जिस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने आपत्ति जताई। इसके बाद राजनाथ सिंह ने अपने सांसद के बेहुदे बयान को लेकर माफी भी मांगी। वहीं, इस बीच लोकसभा टीवी की स्क्रीन पर बिधूड़ी की बदजुबानी के दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन और केंद्रीय मंत्री डॉ रविशंकर प्रसाद हंसते हुए नजर आ रहे हैं, जिसे लेकर अभी सोशल मीडिया पर अभी जमकर गुस्सा देखने को मिल रहा है। वहीं, डॉ हर्षवर्धन ने इस पर अपनी सफाई दी है। आइए, आगे आपको विस्तार से बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।

दरअसल, हर्षवर्धन ने पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा कि, ‘ मैंने ट्विटर पर अपना नाम ट्रेंड होते देखा है, जहां लोगों ने मुझे इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में घसीटा है, जहां दो सांसद सदन में एक-दूसरे के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे। हमारे वरिष्ठ एवं सम्मानित नेता राजनाथ सिंह जी पहले ही दोनों पक्षों द्वारा ऐसी अनुचित भाषा के प्रयोग की निंदा कर चुके हैं। मैं अपने मुस्लिम दोस्तों से पूछता हूं जो आज सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ लिख रहे हैं, क्या वे वास्तव में मानते हैं कि मैं कभी भी ऐसी अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल में भागीदार बन सकता था जो किसी एक समुदाय की संवेदनाओं को ठेस पहुंचाती? यह नकारात्मकता से भरी एक कुख्यात और मनगढ़ंत कहानी है और सोशल मीडिया पर कुछ निहित राजनीतिक तत्वों द्वारा मेरी छवि खराब करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। तीस वर्षों के सार्वजनिक जीवन में, मैंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लाखों मुस्लिम भाइयों और बहनों के साथ-साथ जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के सहयोगियों के साथ मिलकर काम किया है।

चांदनी चौक की ऐतिहासिक गलियों में फाटक तेलियान में जन्मे और पले-बढ़े, मैंने अपना बचपन बिताया और अपने मुस्लिम दोस्तों के साथ खेलते हुए बड़े हुए। मैं अत्यंत विश्वास और दृढ़ विश्वास के साथ कह सकता हूं कि सभी मुस्लिम भाई और बहनें जो कभी मेरे संपर्क में रहे हैं, वे मेरी भावनाओं और व्यवहार की गारंटी देंगे। मैं चांदनी चौक के प्रतिष्ठित निर्वाचन क्षेत्र से सांसद के रूप में जीतकर बहुत खुश था और यदि सभी समुदायों ने मेरा समर्थन नहीं किया होता तो ऐसा कभी नहीं हो पाता। मैं दुखी और अपमानित महसूस कर रहा हूं कि निहित स्वार्थ वाले कुछ लोगों ने इसमें मेरा नाम घसीटा है।’ हालांकि मैं निस्संदेह एक-दूसरे पर फेंके जा रहे शब्दों की बाजीगरी का गवाह था (जो वास्तव में पूरा सदन था), मामले की सच्चाई यह है कि जो अराजकता थी, उसमें मैं स्पष्ट रूप से नहीं सुन सका कि क्या कहा जा रहा था। मैं जीवन में हमेशा अपने सिद्धांतों पर कायम रहा हूं। और मैं अपने देश और इसके लोगों के हित को हर चीज से ऊपर रखते हुए, उनका पालन करने के बारे में कभी भी क्षमाप्रार्थी नहीं रहा हूं।

बता दें कि पूरे मामले को लेकर दनिश अली ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इतना ही नहीं, कड़ी कार्रवाई नहीं किए जाने पर संसद से इस्तीफा देने की भी बात कही है। उधऱ, बीजेपी के राष्ट्रीय जेपी नड्डी ने भी बिधू़ड़ी को फटकार भी लगाई। बहरहाल , अब आगामी दिनों में यह पूरा मामला क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।