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Hapur: यूपी के इस मंदिर में ड्रेस कोड लागू, फटी जींस-छोटे कपड़े पहनने वालों को बाहर से ही करना होगा दर्शन 

Hapur: अब इस लिस्ट में हापुड़ के प्रसिद्ध मुक्तेश्वर महादेव मंदिर (Mukteshwar Mahadev Mandir) का नाम भी जुड़ गया है। मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में पोस्टर चस्पा कर लोगों से अपील की गई है कि वो मर्यादित कपड़े पहनकर ही दर्शन के लिए आएं।

नई दिल्ली। बीते कुछ समय से मंदिरों में ड्रेस कोड (Dress Code in Temple) के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले दिनों ही आगरा-मथुरा (Agra Mathura) के मंदिरों में भी दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ड्रेस कोड (Dress Code) को शुरु किया गया है। अब इस लिस्ट में हापुड़ के प्रसिद्ध मुक्तेश्वर महादेव मंदिर (Mukteshwar Mahadev Mandir) का नाम भी जुड़ गया है। मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में पोस्टर चस्पा कर लोगों से अपील की गई है कि वो मर्यादित कपड़े पहनकर ही दर्शन के लिए आएं।

Hapur famous Mukteshwar Mahadev Temple

गढ़ के राजा श्री मुक्तेश्वर महादेव मंदिर प्रशासन की ओर से मंदिर में ड्रेस कोड को लेकर जो पोस्टर लगाए गए हैं उसमें कहा गया है कि मंदिर में कटे-फटे, छोटे शॉर्ट्स, फ्रॉक और नाइट सूट पहनकर एंट्री नहीं करने दिया जाएगा। मंदिर प्रशासन की तरफ से ये भी कहा गया है कि भक्तों के इस तरह के कपड़े पहनकर आने से स्थान की पवित्रता-गरिमा पर असर पड़ता है।

Hapur famous Mukteshwar Mahadev Temple

पोस्टर में लिखी गई है ये बात

मंदिर के अंदर और बाहर जो पोस्टर लगे हैं उनमें लिखा गया है कि “मंदिर ऐसी जगह है जहां दर्शन किया जाता है प्रदर्शन नहीं। ऐसे में श्री मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले सभी लोगों से विनम्र निवेदन है कि वो मर्यादित कपड़े पहनकर दर्शन के लिए पहुंचे। हाफ पैंट, शॉर्ट्स, कटी-फटी जींस, नाइट सूट, स्कर्ट या फिर किसी भी तरह के अमर्यादित कपड़े पहनकर न आएं। ऐसा होने पर मंदिर के बाहर से ही दर्शन करें।”

लोगों से सहयोग की अपील

मंदिर में कार्यवाहक पुरोहित बृहा गिरी महाराज और हर वर्ष भंडारे का आयोजन करने वाले आयोजक टिंकू शर्मा ने मंदिर में चस्पा किए गए नोटिस को लेकर कहा कि हमारी संस्कृति और सभ्यता सबसे प्राचीन है। हमारे कपड़ों का हमारी संस्कृति और सभ्यता से खास संबंध है। ऐसे में हमें मंदिर जैसे पवित्र स्थान पर मर्यादित वस्त्र ही पहनकर आने चाहिए। मंदिर में कार्यवाहक पुरोहित बृहा गिरी महाराज और हर वर्ष भंडारे का आयोजन करने वाले आयोजक टिंकू शर्मा ने मंदिर में आने वाले सभी भक्तों से इस नियम को पूरा करने में अपना सहयोग देने की अपील की है।