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DSLSA ने किया पर्यावरण साक्षरता सप्ताह का आयोजन, इन गणमान्यों ने शिरकत कर बढ़ाई शोभा
Environment Literacy Week: दिल्ली राज्य कानूनी सेवा प्राविधकरण शिक्षा निदेशालय, GNCTD, विश्वविद्यालय का संघ ने भी पर्यावरण विधिक साक्षरता विषय पर विगत 2-3 जून को विभिन्न सत्रों के जरिए वेबिनार का आयोजन किया था। मुख्यत: उपरोक्त वेबिनार का ध्येय प्रोफेसरों, शिक्षकों और विधार्थियों के मध्य पर्यावरणीय विषयों को लेकर जागरूकता पैदा करना था।
नई दिल्ली। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विभिन्न विभागों व संगठनों से संबद्ध ‘दिल्ली राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण’ ने विगत 29.5.2022 से 5.6.2022 तक ‘पर्यावरण साक्षरता दिवस’ मनाया है। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस को 50 वर्ष संपन्न हो जाएंगे। विदित है कि विगत 29.5.2022 को दिल्ली राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण ने दिल्ली स्थित असोला भाटी वन्यजीव अभयारण्य में पर्यावरण साक्षरता कार्यक्रम का प्रारंभ किया था। इससे पूर्व दिल्ली राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण ने दिल्ली स्थित एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में पर्यावरण सुरक्षा के लिए कानूनी सहायता प्रदान करने हेतु विगत 1.06.2022 को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया था। मुख्यत: उक्त कार्यशाला का ध्येय विधिक सहायता अगुवाई और पैरा लीगल वालंटियर सरीखे तंत्र विकसित करने का था, ताकि लोग पर्यावरणीय दृष्टि से मित्रवत जीवनशैली को आत्मसात कर सकें। उपरोक्त कार्यक्रम की शोभा उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश, दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, सुप्रीम कोर्ट व दिल्ली हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता, पर्यावरण कार्यकर्ता, 115 विधिक अगुवे, पेरा लीगल वालंटियर समेत 30 विधिक विधार्थियों ने अपनी मौजूदगी से शोभा में इजाफा किया।
ध्यान रहे कि दिल्ली राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण शिक्षा निदेशालय, GNCTD, विश्वविद्यालय का संघ ने भी पर्यावरण विधिक साक्षरता विषय पर विगत 2-3 जून को विभिन्न सत्रों के जरिए वेबिनार का आयोजन किया था। मुख्यत: उपरोक्त वेबिनार का ध्येय प्रोफेसरों, शिक्षकों और विधार्थियों के मध्य पर्यावरणीय विषयों को लेकर जागरूकता पैदा करना था। जिसे अब तक 3 लाख से भी अधिक लोगों द्वारा देखा जा चुका है। दिल्ली राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण ने समस्त दिल्ली में पर्यावरण साप्ताह के दौरान विभिन्न बहुरूरदर्शक गतिविधियों को संपन्न किया था। जिसमें नुक्कड नाटक, सूक्ष्म वनों को रोपित करना व वस्त्र वितरण अभियान को अंजाम देना था। इसी कड़ी में अब तक संदर्भित क्षेत्रों में 1500 से भी अधिक वनों की रोपाई की जा चुकी है।
वहीं, पर्यावरण साक्षरता सप्ताह के दौरान परिणति समारोह का आयोजन तिहाड़ जेल में आज यानी की रविवार को किया गया था। जहां अपशिष्ट प्लास्टिक के जरिए लंबवत बागवान का रोपण किया गया था। वहीं, 18 से 21 वर्ष के कैदियों के ज्ञानवर्धन हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया था, जो कि अभी-भी चल रहा है। इसके अलावा तिहाड़ जेल में सूक्ष्म वन का आयोजन किया गया था। उपरोक्त कार्यक्रम में दिल्ली हाईकोर्ट के न्यायाधीश नवीन चावला समेत कई गणमान्य लोगों शामिल हुए थे।