
नई दिल्ली। तमिलनाडु के आबकारी मंत्री सेंथिल बालाजी के घर और उनके सहयोगियों के यहां आज ईडी ने छापा मारा। तमिलनाडु के अलग-अलग शहरों में 10 जगह पर छापेमारी की कार्रवाई जारी है। इससे पहले सेंथिल बालाजी का नाम मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आया था। ईडी ने अगस्त 2022 में उनके खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। ईडी ने जून 2023 को बालाजी को गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी के आठ महीने बाद बालाजी को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। सितंबर 2024 में सुप्रीम कोर्ट से उन्हें बेल मिल गई। जमानत के तुरंत बाद ही तमिलनाडु सरकार ने उन्हें फिर से मंत्री बना दिया था जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने हैरानी जताई थी।
सुप्रीम कोर्ट में सेंथिल बालाजी का जमानत आदेश वापस लेने की याचिका दायर की गई थी। जिस पर सुनवाई करते हुए जस्टिस अभय ओका और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच ने कहा था कि यह हो क्या रहा है, इससे तो गवाह दबाव में होंगे। बालाजी ने इससे पहले अपनी जमानत के लिए निचली अदालत और फिर मद्रास हाईकोर्ट से गुहार लगाई थी मगर वहां से उन्हें किसी प्रकार की कोई राहत नहीं मिली थी। इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
आपको बता दें कि सेंथिल बालाजी ने अपनी राजनीति की शुरुआत डीएमके से की थी। बाद में वो जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके में शामिल हो गए थे और 2011 से 2015 तक जयललिता सरकार में तमिलनाडु के परिवहन मंत्री के पद पर रहे। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने खूब भ्रष्टाचार किया इसी मामले में उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया था और उन्हें जेल जाना पड़ा था। हालांकि आज की छापेमारी में ईडी को क्या दस्तावेज बरामद हुए इस संबंध में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है। छापा मार टीम के साथ केंद्रीय सुरक्षा गार्ड भी मौजूद हैं।