नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में डीएमके नेता और तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री पोनमुडी और उनके सांसद बेटे गौतम सिगमानी के यहां छापेमारी की। हालांकि, छापेमारी का सिलसिला अब तक जारी है। अब आगामी दिनों में ईडी की ओर से इस दिशा में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि पोनमुडी ने मीडिया से बातचीत के दौरान इसे राजनीतिक प्रतिशोध का प्रतीक बताया है।
#LIVE | Rs 70 lakh unaccounted cash, including foreign currency, recovered from Tamil Nadu Higher Education Minister K Ponmudi’s residence; ‘No explanation on the source of income,’ say sources #ED #DMK #Ponmudi #TamilNadu pic.twitter.com/xdHiRdSXMp
— Republic (@republic) July 17, 2023
वहीं, 72 वर्षीय मंत्री विल्लुपुरम जिले की तिरुक्कोयिलुर विधानसभा सीट से विधायक हैं, जबकि उनके 49 वर्षीय बेटे सिगमणि कल्लाकुरिची सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले संसद सदस्य हैं। आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने यह कार्रवाई की है। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला कथित अनियमितताओं से जुड़ा है जब पोनमुडी राज्य के खनन मंत्री थे (2007 और 2011 के बीच) और खदान लाइसेंस शर्तों के उल्लंघन के आरोप थे जिससे सरकारी खजाने को लगभग ₹28 करोड़ का नुकसान हुआ था।
#WATCH | Enforcement Directorate (ED) officials search Tamil Nadu Higher Education Minister K Ponmudi’s residence in Villupuram district. Details awaited. pic.twitter.com/H9bLkYPk7F
— ANI (@ANI) July 17, 2023
मंत्री पर अपने बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों के लिए खनन/खदान लाइसेंस प्राप्त करने का आरोप है और लाइसेंसधारियों पर अनुमेय सीमा से अधिक लाल रेत का उत्खनन करने का आरोप है। उच्च न्यायालय ने कहा कि यह मानने का आधार है कि याचिकाकर्ता ने अपराध किया है और इसलिए मुकदमे को रोका नहीं जा सकता। बहरहाल, मंत्री ईडी की कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बता रहा है। अब ऐसे में ईडी की ओर आगामी दिनों में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।