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Political Stir In Manipur : मणिपुर में सरकार गठन की कवायद, राज्यपाल से मिले एनडीए के 10 विधायक, 44 के समर्थन का दावा

Political Stir In Manipur : राज्यपाल से मिलने वाले विधायकों में बीजेपी के 8, एनपीपी के 1 और 1 निर्दलीय विधायक शामिल हैं। राज्यपाल को 22 विधायकों के साइन वाला पत्र भी सौंपा गया है जिसमें वो सरकार बनाने के पक्ष में हैं। मैतेई और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष और हिंसा के चलते मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इसी साल 9 फरवरी को इस्तीफा दे दिया था। मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था।

नई दिल्ली। मणिपुर में सरकार गठन की कवायद शुरू हो गई है। एनडीए के 10 विधायकों ने आज राजभवन पहुंचकर राज्यपाल अजय कुमार भल्ला से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया। विधायकों ने राज्यपाल को बताया कि उनके पास 44 विधायकों का समर्थन है। राज्यपाल से मिलने वाले विधायकों में बीजेपी के 8, एनपीपी के 1 और 1 निर्दलीय विधायक शामिल हैं। राज्यपाल को 22 विधायकों के साइन वाला पत्र भी सौंपा गया है जिसमें वो सरकार बनाने के पक्ष में हैं। हाल ही में विधायकों ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर ‘लोकप्रिय सरकार’ बनाने का आग्रह किया था।

बीजेपी के विधायक थोकचोम राधेश्याम सिंह ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि 44 विधायक मणिपुर में सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। वहीं निर्दलीय विधायक निशिकांत सिंह ने कहा कि अधिकांश लोग चाहते हैं कि लोकप्रिय सरकार बने और यही वजह है कि हम राज्यपाल से मिलने आए हैं। हमने अन्य बातों पर भी चर्चा की, जैसे कि लोकप्रिय सरकार बनने के बाद राष्ट्रपति शासन का कामकाज पहले जैसा नहीं रह सकता। मुख्य रूप से और बुनियादी तौर पर मुख्य मुद्दा एक लोकप्रिय सरकार का गठन था। राज्यपाल ने भी इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि जल्द ही लोकप्रिय सरकार का गठन हो जाएगा। हम राज्यपाल से अपील कर रहे हैं कि हमें लोकप्रिय सरकार चाहिए। हमने राज्यपाल को एक कागज भी दिया है जिस पर हम सभी ने हस्ताक्षर किए हैं। हमने जो कागज़ दिया है उस पर करीब 22 लोगों के हस्ताक्षर हैं।

आपको बता दें कि मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष और हिंसा के चलते मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इसी साल 9 फरवरी को इस्तीफा दे दिया था। मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद 13 फरवरी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था। इससे पहले 31 दिसंबर 2024 को इंफाल में अपने सरकारी आवास पर बिरेन सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सार्वजनिक रूप से प्रदेश की जनता से माफी भी मांगी थी।