नई दिल्ली। इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र में 20वें मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ले ली है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इससे पहले एक दिन पहले बुधवार को महाराष्ट्र की सियासत से जुड़ी सबसे अहम खबर सामने आई। दरअसल, कोर्ट ने साढ़े तीन घंटे की सुनवाई के बाद ये तय किया कि आने वाले कल में फ्लोर टेस्ट होगा और उसके लिए अपना फैसला भी दिया। लेकिन फ्लोर टेस्ट से पहले ही उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान कर सबको हैरान कर दिया। जब उद्धव ठाकरे ने इस्तीफे का ऐलान किया, तो उस दौरान उन्होंने कई बार बाला साहेब ठाकरे का नाम लेते हुए ये कहा कि ‘आप लोगों ने शिवसेना प्रमुख के बेटे को सीएम पद से हटाने की पूरी कोशिश की, अब मैनें सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है। अब आप लोगों को खुशी मिल गई होगी।’ यहां पर साफ-साफ नजर आ रहा था कि उद्धव ठाकरे को भलीभांति पता है, महाराष्ट्र में सीएम की कुर्सी तो जा चुकी है, लेकिन अब शिवसेना को बचाना ही उनका पहला काम होगा। यही कारण है कि अपने संबोधन में वो बार-बार बाला साहेब ठाकरे का नाम ले रहे थे। उनकी इस सरकार को गिराने में जिस शख्स का सबसे ज्यादा नाम सामने आया वो थे एकनाथ शिंदे। जी, हां अब वहीं महाराष्ट्र के नए सीएम होने वाले हैं। इस बात में कोई शक नहीं कि एकनाथ शिंदे ही ऐसे शख्स सामने बनकर आए जिन्होंने एक हफ्ते से महाराष्ट्र की राजनीति को हिला कर रख दिया था। अब ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल आ रहे होंगे कि ये एकनाथ शिंदे कौन है? इनका राजनीतिक इतिहास क्या है?
मुंबई: एकनाथ शिंदे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। https://t.co/YCIWycj5jG pic.twitter.com/6jiaa3H74H
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 30, 2022
कौन है एकनाथ शिंदे?
महाराष्ट्र के नए सीएम एकनाथ शिंदे का जन्म 9 फरवरी 1964 को हुआ था। महाराष्ट्र का सतारा उनका गृह जिला है। शिंदे की पढ़ाई ठाणे से हुई है और 11वीं तक की पढ़ाई उन्होंने यही से की। एकनाथ शिंदे ने अपने जीवन में काफी संघर्ष किया है। 11वीं की पढ़ाई के बाद वो वागले एस्टेट इलाके में रहकर ऑटो रिक्शा चलाने लगे और इसी दौरान उनकी मुलाकात शिवसेना नेता आनंद दिघे से हुई। महज 18 साल की उम्र में उनका राजनीतिक जीवन शुरू हुआ और इसके बाद एकनाथ शिंदे एक आम शिवसेनिक के रुप में काम करने लगे। एक साल शिवसेना में कार्यकर्ता के रूप में काम करने के बाद साल 1997 में शिंदे ने चुनाव लड़ने की ओर कदम रखा। इस दौरान ठाणे नगर निगम के चुनाव में उनको टिकट दिया गया और वह पहले चुनाव जीतने में कामयाब भी रहे। यहीं से एकनाथ शिंदे का राजनीतिक जीवन शुरू हुआ।
2004 में पहली बार विधायक बने शिंदे
साल 2004 में ठाणे विधानसभा सीट से एकनाथ शिंदे को विधानसभा का टिकट दिया गया और इसी साल वो पहली बार अपने राजनीतिक जीवन में किसी बड़े पद पर चुनाव जीते और विधायक बन गए।