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Eknath Shinde: SC से राहत मिलने के बाद बड़े एक्शन के मूड में एकनाथ शिंदे, करने जा रहे सरकार में ये बड़ा बदलाव

Eknath Shinde: महाराष्ट्र में 17 जुलाई से मॉनसून सत्र की शुरुआत होने वाली है, इससे पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सरकार के कैबिनेट में बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं। इससे पहले बीते साल अगस्त में गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने 18 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई थी। तब एकनाथ शिंदे गुट के 9 विधायक मंत्री बने थे और इतने ही भाजपा विधायकों को मंत्री पद मिल गया था। अब असली शिवसेना का दर्जा पा चुके शिंदे गुट के नेताओं का कहना है कि विस्तार में उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री का पद संभाल चुके हैं। ऐसे में उन लोगों का कैबिनेट में शामिल होना उद्धव गुट के लिए बड़ी मुसीबत साबित हो सकता है।

मुंबई। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद महाराष्ट्र में सियासी हंगामा खड़ा हो गया है। एक तरफ कोर्ट के फैसले के बाद शिंदे गुट को राहत मिली है तो वहीं शिवसेना को लेकर उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा है। इसके बाद उद्धव ठाकरे ने दावा करते हुए कहा कि शिवसेना सिर्फ मेरी है, शिवसेना को मुझसे कोई नहीं छीन सकता है। इस बीच ये खबर आ रही है कि सुप्रीम कोर्ट से लाइफलाइन मिलने के बाद एकनाथ शिंदे अपनी कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं। इस बारे में महाराष्ट्र में सियासी चर्चाएं चल रही हैं कि 17 जुलाई से शुरू होने वाले मॉनसून सत्र से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कैबिनेट में विस्तार कर सकते है।

eknath Shinde

जानकारी के लिए आपको बता दें कि महाराष्ट्र में 17 जुलाई से मॉनसून सत्र की शुरुआत होने वाली है, इससे पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सरकार के कैबिनेट में बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं। इससे पहले बीते साल अगस्त में गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने 18 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई थी। तब एकनाथ शिंदे गुट के 9 विधायक मंत्री बने थे और इतने ही भाजपा विधायकों को मंत्री पद मिल गया था। अब असली शिवसेना का दर्जा पा चुके शिंदे गुट के नेताओं का कहना है कि विस्तार में उन लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी, जो महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री का पद संभाल चुके हैं। ऐसे में उन लोगों का कैबिनेट में शामिल होना उद्धव गुट के लिए बड़ी मुसीबत साबित हो सकता है।

supreme court and uddhav thakerey

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब उद्धव ठाकरे को झटका तो लगा ही है, इसके साथ आने वाले समय में उनके और महाविकास अघाड़ी के भविष्य को लेकर भी अनिश्चितताएं साफ़ तौर पर नजर आने लगी हैं। अब देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र की ये राजनीतिक हवा किस तरह रुख मोड़ती है।