
अयोध्या। महाराष्ट्र की सियासत में एकनाथ शिंदे और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच जुबानी जंग जारी है। हाल ही में दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर विचारधारा छोड़ने के आरोप लगाए तो अब एकनाथ शिंदे ने उद्धव को हिंदुत्ववादी विचारधारा से किनारा करने का बड़ा आरोप लगाते हुए, बड़ा राजनीतिक दांव खेलने की कोशिश की। उन्होंने कहा, रम मंदिर के निर्माण पर संदेह जताने वाले लोगों को जनता ने घर का रास्ता दिखा दिया है। जो राम के नहीं वो किसी काम नहीं जनता इस बात को समझ चुकी है। एकनाथ शिंदे ने अयोध्या में रामलला के दर्शन करने के लिए जाने और निर्माण कार्य देखने के बाद वहां मौजूद पत्रकारों से वार्ता के दौरान ये सभी बातें कहीं। ये पहली बार है जब मुख्यमंत्री बनने के बाद एकनाथ शिंदे राम मंदिर के निर्माण कार्य को देखने के लिए अयोध्या पहुंचे।
खास बात ये थी कि जब एकनाथ शिंदे अपने हजारों शिवसेना के कार्यकर्ताओं के साथ राम मंदिर के दर्शन करने पहुंचे तो सभी कार्यकर्ताओं के हाथ में शिवसेना के निशान वाले झंडे लिए हुए थे। वहां मौजूद लोगों ने कहा कि शिवसेना के लोगों को ऐसा भगवा ध्वज थामे हुए देखना सुखद अहसास है। यहीं से विपक्ष पर जमकर निशाना साधते हुए एकनाथ शिंदे ने तमाम बातें कहीं, उन्होंने कहा, पहले हर कोई कहता था मंदिर वहीं बनाएंगे, पर तारीख नहीं बताएंगे, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी के काम के चलते राम मंदिर भी बन रहा है और हमें तारिख भी पता चल गई। अब देश के करोड़ों लोगों ने जो स्वप्न देखा था वो राममंदिर निर्माण अब पूरा होने को है। देश की जनता ने तो तारीख न बताने वालों को भी अपने घर का रास्ता दिखाने का काम कर दिया है।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि जब में आ रहा था तो रास्ते में लखनऊ से अयोध्या तक पूरा माहौल ‘राम-मय’ हो गया था। मुझे देखकर ख़ुशी हुई क्योंकि ये बेहद अद्भुत है। और उन्हें इस बात की बेहद ख़ुशी है कि वह राम के ‘तीर और कमान'(शिवसेना का चुनाव चिह्न) लेकर भगवन राम की पावन नगरी अयोध्या पधारे हैं। इसके बाद एक घोषणा करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा, अयोध्या से पवित्र माटी ले जाकर अमरावती में हनुमान जी की 111 फुट की मूर्ति को स्थापित किया जाएगा।