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Jammu-Kashmir Encounter: उधमपुर के बसंतगढ़ में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, जैश-ए-मोहम्मद के 2 आतंकी ढेर

Jammu-Kashmir Encounter: यह मुठभेड़ ऐसे समय पर हो रही है जब जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। खुफिया एजेंसियों ने चुनाव के मद्देनजर आतंकी गतिविधियों में इजाफा होने की चेतावनी दी थी। चुनाव तीन चरणों में होंगे, जिनमें पहला चरण 18 सितंबर, दूसरा 25 सितंबर और तीसरा 1 अक्टूबर को होगा।

नई दिल्ली। बुधवार को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के बसंतगढ़ इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच भारी मुठभेड़ हुई। मिली जानकारी के अनुसार, इस मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) आतंकी संगठन से जुड़े 4 आतंकियों को सुरक्षाबलों ने घेर लिया था। इनमें से 2 आतंकियों को मार गिराया गया है। सुरक्षाबल इस ऑपरेशन में पूरी तरह मुस्तैदी से जुटे हुए हैं और बाकी आतंकियों को भी ढेर करने की कोशिशें जारी हैं।

खुफिया जानकारी पर हुई कार्रवाई

डिफेंस प्रवक्ता के अनुसार, विशेष खुफिया सूचना के आधार पर इस अभियान की शुरुआत की गई थी। सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी कि कठुआ-बसंतगढ़ बॉर्डर के पास कुछ आतंकवादी छिपे हुए हैं। इसके बाद सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान दोनों तरफ से भारी गोलीबारी हुई, जिसमें 2 आतंकी ढेर हो गए।


विधानसभा चुनाव के चलते बढ़ी आतंकी गतिविधियां

यह मुठभेड़ ऐसे समय पर हो रही है जब जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। खुफिया एजेंसियों ने चुनाव के मद्देनजर आतंकी गतिविधियों में इजाफा होने की चेतावनी दी थी। चुनाव तीन चरणों में होंगे, जिनमें पहला चरण 18 सितंबर, दूसरा 25 सितंबर और तीसरा 1 अक्टूबर को होगा।

कैलाश कुंड यात्रा पर हमले की आशंका

खुफिया सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव और कैलाश कुंड यात्रा को निशाना बना सकते हैं। इसके अलावा, आतंकी सुरक्षाबलों और पुलिस के ठिकानों पर भी हमले की साजिश रच रहे हैं। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है।

जैश-ए-मोहम्मद की खतरनाक योजनाएं

जैश-ए-मोहम्मद, जिसका गठन पाकिस्तान में साल 2000 में हुआ था, भारत में आतंकवादी हमले करने के उद्देश्य से काम कर रहा है। इस संगठन की स्थापना मौलाना मसूद अजहर ने की थी। जैश-ए-मोहम्मद कई घातक आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार है, जिसमें 2019 का पुलवामा हमला भी शामिल है। भारत सरकार ने इस संगठन को बैन कर रखा है, लेकिन इसके आतंकी गतिविधियों में कमी नहीं आई है।