नई दिल्ली। रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। अरोड़ा से तीन दिन तक पूछताछ के बाद ईडी ने मंगलवार को उन्हें गिरफ्तार किया। ईडी के सूत्रों के मुताबिक आरके अरोड़ा को मनी लॉन्ड्रिंग (पीएमएलए) कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। आज सुपरटेक के मालिक को ईडी कोर्ट में पेश करेगी। इसके बाद उनकी रिमांड भी मांग सकती है। सुपरटेक ग्रुप के खिलाफ यूपी, दिल्ली और हरियाणा में कई केस दर्ज है। इन्हीं केस के मामले में ईडी ने ग्रुप, उसके डायरेक्टरों और प्रमोटरों पर धन शोधन एक्ट के तहत केस दर्ज किया था।
इसी साल अप्रैल में ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सुपरटेक और उसके डायरेक्टरों की 40 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति भी जब्त कर ली थी। ईडी ने आरके अरोड़ा और अन्य के खिलाफ जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें सुपरटेक के फ्लैट बुक कराने वालों से एडवांस पैसा लेकर धोखाधड़ी का आरोप है। ईडी के सूत्रों का कहना है कि सुपरटेक और ग्रुप की दूसरी कंपनियों ने फ्लैट बुक कराने वालों से मिली रकम के आधार पर बैंक से कर्ज लिया और फिर इस रकम का गबन किया।
ईडी ने ये आरोप भी लगाया है कि सुपरटेक ग्रुप ने दूसरी कंपनियों के नाम से जमीन खरीदी और इन जमीनों को दिखाकर भी बैंकों से कर्ज लिया गया। सुपरटेक ने बैंकों का कर्ज नहीं चुकाया। इससे 1500 करोड़ का एनपीए बन गया। आरके अरोड़ा बिल्डरों के संगठन नेरेडको के भी चेयरमैन रहे हैं। काफी समय से सुपरटेक के फ्लैट खरीदार परेशान होते रहे। इसे लेकर काफी हो-हल्ला भी मचा था। सुपरटेक अपने दौर की बड़ी रियल एस्टेट कंपनी रही। इसकी वजह से फ्लैट खरीदने वालों का उस पर भरोसा था। इसी वजह से सैकड़ों लोगों ने कंपनी के अलग-अलग प्रोजेक्ट्स में फ्लैट खरीदने के लिए पैसा लगाया था।