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Explained Ration Scam Of West Bengal And ED Action: राशन घोटाला मामले में ईडी ने पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी नेता को किया गिरफ्तार, जानिए क्या है ये पूरा मामला

Explained Ration Scam Of West Bengal And ED Action: इस मामले में ईडी ने एक आरोपी के हवाले से दावा किया कि सरकारी एजेंसियों की जगह मिल मालिकों की तरफ से घोटाला किए जाने से उन्होंने हर क्विंटल चावल पर 200 रुपए के करीब कमा लिए। ईडी का कहना है कि जिस वक्त ये सारा खेल हुआ, उस वक्त ममता बनर्जी की सरकार में खाद्य और आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक थे। ईडी पहले ही ज्योतिप्रिय मल्लिक को गिरफ्तार कर चुकी है।

बनगांव (पश्चिम बंगाल)। प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बनगांव से सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के नेता शंकर आढ्य को राशन घोटाला मामले में गिरफ्तार किया है। शंकर आढ्य पहले बनगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं। उनको टीएमसी सरकार में पहले खाद्य और रसद मंत्री रहे ज्योतिप्रिय मल्लिक का करीबी माना जाता है। इसी मामले में ईडी ने उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में शुक्रवार को टीएमसी नेता शाहजहां शेख के यहां छापा मारा था। तभी 800 से 1000 लोगों की भीड़ ने ईडी टीम पर हमला किया था। इस हमले में ईडी के 3 अधिकारी गंभीर रूप से घायल हुए थे। इसके एक दिन बाद ही अब ईडी ने शंकर आढ्य को गिरफ्तार किया है।

अब आपको बताते हैं कि पश्चिम बंगाल का राशन घोटाला आखिर किस तरह अंजाम दिए जाने के आरोप लग रहे हैं। ईडी इस मामले में पिछले कई महीनों से जांच और छापेमारी करती रही है। ईडी ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार के दौरान गरीबों को जो राशन बांटा जाता है, उसमें से 30 फीसदी को बेच दिया गया। ईडी का कहना है कि इस राशन के अनाज को बेचने से मिले धन को मिल मालिकों और राशन विक्रेताओं के बीच बांट दिया गया। कुछ सहकारी समितियों के सहयोग से ये घोटाला किए जाने का ईडी ने आरोप लगाया है। ईडी के मुताबिक पश्चिम बंगाल में राशन घोटाला करने के लिए चावल मिल के मालिकों ने किसानों के नाम से फर्जी खाते खोले और अनाज के बदले उनको जो तय एमएसपी थी, उसका पैसा न देकर खुद डकार गए।

इस मामले में ईडी ने एक आरोपी के हवाले से दावा किया कि सरकारी एजेंसियों की जगह मिल मालिकों की तरफ से घोटाला किए जाने से उन्होंने हर क्विंटल चावल पर 200 रुपए के करीब कमा लिए। ईडी का कहना है कि जिस वक्त ये सारा खेल हुआ, उस वक्त ममता सरकार में खाद्य और आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक थे। ईडी का दावा है कि चावल मिल मालिक कई साल से राशन घोटाला करते रहे हैं। इस मामले में ईडी ने 14 अक्टूबर 2023 को मिल मालिक बकीबुर रहमान को गिरफ्तार भी किया था। जिसके बाद मंत्री रहे ज्योतिप्रिय मल्लिक की भी ईडी ने गिरफ्तारी की थी।

अब रिपब्लिक बांग्ला चैनल ने खबर दी है कि ईडी ने ज्योतिप्रिय मल्लिक की अपनी बेटी को लिखी चिट्ठी भी बरामद की है। इस चिट्ठी में ज्योतिप्रिय मल्लिक ने कथित रूप से अपनी बेटी से कहा था कि वो राशन घोटाले की जानकारी और इससे जुड़े सबूतों को छिपा ले।चैनल का दावा है कि ज्योतिप्रिय की इस चिट्ठी में उस शाहजहां शेख का भी नाम है, जिसके यहां शुक्रवार को छापेमारी के दौरान ईडी अफसरों पर जानलेवा हमला किया गया था।