
नई दिल्ली। भारतीय एयरलाइंस के विमानों को बम से उड़ाने की हाल ही में मिली कई धमकियों पर विदेश मंत्रालय ने चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का कहना है, एयरलाइंस में बम की धमकी एक बहुत गंभीर मुद्दा है। गृह मंत्रालय सहित हमारी संबंधित एजेंसियां इस मामले को गहनता से देख रही हैं। सरकार पूरी तरह से इस मामले पर नजर बनाए हुए है। इस संबंध में कुछ एफआईआर भी दर्ज की गई हैं। विदेश मंत्रालय ने प्रवक्ता ने कहा कि धमकी देने वालों की पहचान के लिए प्रयास किया जा रहा है।
#WATCH | On recent bomb threats to Indian airlines’ aircraft, MEA spokesperson says, “Bomb threats is a very serious issue. Our relevant agencies including MHA are looking into this matter. Some FIRs have also been filed…” pic.twitter.com/n4jn0CZcWd
— ANI (@ANI) October 17, 2024
पिछले 24 घंटे के दौरान नौ विमानों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। वहीं पिछले तीन दिनों में 19 विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। सरकार ने देशभर के हवाई अड्डों से उड़ने वाले विमानों में एयर मार्शल की संख्या दोगुनी करने का फैसला किया है। साथ ही संवेदनशील राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रूट के विमानों में एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो को तैनात करने का भी निर्णय लिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संबंध में उड्डयन मंत्रालय से पूरी रिपोर्ट मांगी है।
#WATCH | On EAM Dr S Jaishankar’s visit to Islamabad, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, ” When EAM was about to travel to Islamabad, we had issued a statement that this particular visit is for SCO Council of Heads of Government meeting. Beyond that in Islamabad, the only… pic.twitter.com/lpDI7CZJQz
— ANI (@ANI) October 17, 2024
वहीं, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की हाल ही में हुई पाकिस्तान यात्रा के संबंध में जानकारी देते हुए रणधीर जायसवाल ने बताया कि जब विदेश मंत्री इस्लामाबाद की यात्रा करने वाले थे, तो हमने एक बयान जारी किया था कि यह विशेष यात्रा एससीओ परिषद के शासनाध्यक्षों की बैठक के लिए है। इस्लामाबाद में इसके अलावा, विदेश मंत्री का केवल मंगोलिया के राष्ट्राध्यक्ष के साथ द्विपक्षीय बैठक थी। इसके अलावा किसी भी देश के प्रतिनिधि के साथ विदेश मंत्री की कोई भी द्विपक्षीय बैठक प्रस्तावित नहीं थी। कश्मीर मुद्दे पर चर्चा करते हुए जायसवाल ने कहा, इस पर आप हमारा रुख जानते हैं। कश्मीर हमारा है और हमारा ही रहेगा। यह हमारा बयान है और यही हमारा रुख है। अगर कश्मीर को लेकर आज कोई कुछ कहता है, तो इससे कुछ बदल नहीं जाता है।